प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश कुमार की मंशा पर उठाए सवाल, तेजस्वी को चुनने को लेकर बताई ये बड़ी वजह
बिहार की सियासत प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश कुमार की मंशा पर उठाए सवाल, तेजस्वी को चुनने को लेकर बताई ये बड़ी वजह
- प्रशांत किशोर ने बताई सीएम नीतीश कुमार की मंशा
डिजिटल डस्क,पटना। राजनीतिक रणनीतिकार और जन सुराज पार्टी के मुखिया प्रशांत किशोर ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार में जन सुराज पदयात्रा निकाल रहे हैं और अपनी पार्टी की ताकत बढ़ाने के लिए जन-जन से मुलाकात कर रहे हैं। प्रशांत किशोर ने अपने पदयात्रा के दौरान शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया। पीके ने नीतीश कुमार को लेकर कहा कि, उन्होंने तेजस्वी से मिलकर सरकार इसलिए बनाई है ताकि एक बार फिर वो ही कुर्सी पर बैठे रहें।
पीके ने बताई नीतीश की मंशा
पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि, सीएम ने तेजस्वी यादव को इसलिए चुना क्योंकि वह अपना विरासत नहीं खोना चाहते हैं। नीतीश कुमार नहीं चाहते कि प्रदेश में उनसे बेहतर सरकार आए। उन्होंने तेजस्वी का जिक्र करते हुए आगे कहा कि, सीएम नीतीश कुमार ने तेजस्वी को इसलिए चुना क्योंकि वो जानते हैं कि साल 2025 में मुख्यमंत्री बनना इतना आसान नहीं होगा। तेजस्वी के नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। जिसे यादव के नेतृत्व में बिहार को नुकसान होगा और नीतीश जनता में मुद्दे को भुनाकर एक बार फिर वापस लौट आएंगे।
भाजपा को लेकर क्या जानते थे नीतीश?
प्रशांत किशोर ने साल 2022 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से दिल्ली में हुए मुलाकात के बारे में भी बातचीत की। उन्होंने बताया कि, जब हम दोनों की मुलाकात हुई थी तब मुख्यमंत्री ने महागठबंधन के बारे में बताया और उनमें शामिल होने की बात भी कही थी। पीके ने कहा कि, नीतीश कुमार को पता था कि अगर भाजपा से गठबंधन रखा तो साल 2024 के आम चुनाव जीतने के बाद वो बिहार के सीएम की कुर्सी से हटा दिए जाते और बीजेपी अपनी पार्टी से किसी और को मुख्यमंत्री पद के लिए चुनती।
पहले भी साध चुके हैं निशाना
गौरतलब है कि, जन सुराज पार्टी के मुखिया प्रशांत किशोर भी बिहार की राजनीति में अपना जमीन तलाशने में जुटे हुए हैं। यह पहली बार नहीं है जब सीएम नीतीश को लेकर उन्होंने कोई बयान देते हुए उन पर निशाना साधा हो। हालही में नीतीश कुमार ने घोषणा किया था कि अगले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी जेडीयू तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी। इस साल के शुरूआत में पीके ने इसी बात को लेकर नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा था कि, सीएम अभी से मान चुके हैं कि उनके नेतृत्व में पार्टी जीत हासिल नहीं कर सकती। मेरा मानना है कि तेजस्वी को साल 2025 का इंतजार न करते हुए अभी प्रदेश का मुखिया बनना चाहिए क्योंकि राजद महागठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी है। अगर तेजस्वी अभी मुख्यमंत्री बनते हैं तो तीन साल तक प्रदेश की जनता की सेवा करने को मौका मिलेगा। जिसके बाद उनके काम को देखते हुए वोर्टस साल 2025 के विधानसभा चुनाव में मतदान करेंगे।