बेंगलुरु निकाय चुनाव के लिए पार्टियां कस रही हैं कमर
कर्नाटक बेंगलुरु निकाय चुनाव के लिए पार्टियां कस रही हैं कमर
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। कर्नाटक सरकार द्वारा 243 वाडरें की सूची की घोषणा के साथ ही आगामी बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) चुनावों के लिए मंच तैयार है। सत्तारूढ़ भाजपा, विपक्षी कांग्रेस और क्षेत्रीय पार्टी जद (एस) के खेमे में प्रतिष्ठित लड़ाई की तैयारी शुरू हो चुकी है। आप भी निकाय चुनावों को लेकर उत्साहित है।सत्तारूढ़ भाजपा जहां चुनावों को प्रतिष्ठा की लड़ाई मानती है, वहीं कांग्रेस मेकेदातु परियोजना को लेकर पहले ही व्यापक जन आंदोलन कर चुकी है।
आम आदमी पार्टी (आप) अपनी उपस्थिति दर्ज कराने को लेकर आशान्वित है।सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार बीबीएमपी के लिए चुनाव 1 अक्टूबर को होना है। सूत्रों के अनुसार, हालांकि भाजपा और कांग्रेस के पार्टी आलाकमान इसे जीतने के लिए बहुत गंभीर हैं, लेकिन दोनों राष्ट्रीय दलों के स्थानीय बेंगलुरु के राजनेता विधानसभा चुनाव के बाद ही चुनाव चाहते हैं।
कथित तौर पर, बेंगलुरु के भाजपा और कांग्रेस दोनों नेताओं ने एक मौन समझ में, चुनाव स्थगित करने का आश्वासन दिया है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट का आदेश उनके लिए चौंकाने वाला आया है।हालांकि, नेता किसी तरह इसे टालना चाहते हैं। बीबीएमपी ने 243 वाडरें की घोषणा के बाद आपत्तियां मांगी हैं। जद (एस) सहित दोनों राष्ट्रीय दलों के नेता इस प्रक्रिया के अवैज्ञानिक होने का दावा करते हुए प्रत्येक वार्ड के लिए 1,500 से 1,600 आपत्तियां दर्ज करने की योजना बना रहे हैं।
सूत्र ने बताया कि अधिकारी सुप्रीम कोर्ट से कुछ और समय मांगेंगे, क्योंकि उन्हें लाखों आपत्तियों को सुलझाने के लिए और समय की आवश्यकता है। अगर वे इसे अगले साल मार्च तक विलंबित करते हैं, तो आचार संहिता लागू हो जाएगी और स्वाभाविक रूप से बीबीएमपी चुनाव स्थगित हो जाएंगे।
सूत्रों का कहना है कि इससे राष्ट्रीय दलों को आगामी विधानसभा चुनावों में बागियों की गर्मी का सामना नहीं करना पड़ेगा और अपने उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने की बाध्यता नहीं होगी।आईएएनएस से बात करते हुए बेंगलुरु दक्षिण भाजपा के अध्यक्ष एन.आर. रमेश ने रेखांकित किया कि उनकी पार्टी निकाय चुनावों का सामना करने के लिए शत प्रतिशत तैयार है। पार्टी ने पहली बार प्रत्येक वार्ड में उम्मीदवारों के चयन के लिए 12 सदस्यीय चयन समिति का गठन किया है।
सर्वे कराया जाएगा, प्रमुख मतदाताओं, निष्ठावान पार्टी कार्यकर्ताओं से राय ली जाएगी।राज्य मीडिया संयोजक जगदीश वी सदाम ने आईएएनएस को बताया कि परिसीमन में भ्रम की स्थिति है। चुनाव में बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए यह प्रक्रिया की जा रही है। भाजपा के प्रभाव वाले स्थानों पर वाडरें की संख्या बढ़ी है। राष्ट्रीय पार्टी के नेता चाहते हैं कि चुनाव स्थगित कर दिया जाए। कुछ भी हो, बेंगलुरू के लोगों के बीच आप की खास जगह है।
आप के बारे में एक अच्छी धारणा है और लोगों को लगता है कि आप उनके कष्टों का अंत कर सकती है। आप ने बेंगलुरु में गड्ढों पर पोस्टकार्ड आंदोलन चलाया था। अब पीएमओ कार्यालय ने उनके दौरे के दौरान किए गए घटिया सड़क निर्माण पर संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा, हम बंगालियों की अच्छी भावना को वोट में बदलने के लिए आश्वस्त हैं और हमारे पास बेंगलुरु शहर के लिए मेयर होगा।
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