जदयू एमएलसी के बयान पर विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी का पलटवार, शहर को कोई कर्बला बना दे, भाजपा के रहते यह संभव नहीं
बिहार जदयू एमएलसी के बयान पर विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी का पलटवार, शहर को कोई कर्बला बना दे, भाजपा के रहते यह संभव नहीं
- निंदा-आलोचना
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता सम्राट चौधरी ने जदयू के विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी के शहर को कर्बला बना देने के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा के रहते कोई शहर को कर्बला बना दे यह संभव नहीं।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में जनकल्याण संवाद कार्यक्रम में लोगों की समस्या सुनने के बाद शुक्रवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा सबका सम्मान करती है और सबमें विश्वास करती है, लेकिन कोई एकतरफा कार्रवाई नहीं कर सकती। उन्होंने नीतीश कुमार को सांप्रदायिक होने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके शिक्षा मंत्री रामचरितमानस का अपमान कर रहे और उनके एमएलसी शहर को कर्बला बनाने की धमकी दे रहे हैं, लेकिन नीतीश बाबू मौनी बाबा बने हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की स्थिति ऐसी हो गई है कि उनको कुछ पता ही नहीं रहता। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा पर भी मधेपुरा के इंजीनियरिंग कॉलेज में रोक लगा दी गई, आखिर सनातनी कहां जाए?
नीतीश के भाजपा के साथ फिर से आने के संबंध में पूछे जाने पर चौधरी ने साफ लहजे में कहा कि भाजपा के दरवाजे नीतीश के लिए बंद हो गए हैं। उन्होंने आगे यह भी कह दिया कि नीतीश अब जिस पार्टी के साथ जाएंगे, जनता उसका नाश कर देगी।
उल्लेखनीय है कि जदयू नेता बलियावी ने गुरुवार को झारखंड के हजारीबाग में आयोजित एक जनसभा में कहा कि मेरे आका की इज्जत पर हाथ डालोगे तो अभी तो हम कर्बला मैदान में इकट्ठा हुए हैं, उनकी इज्जत के लिए हम शहरों को भी कर्बला बना देंगे। कोई रियायत नहीं होगी।
एदारा-ए-शरिया नामक संगठन की ओर से समाज सुधार के मुद्दे पर एक अधिवेशन का आयोजन किया गया था। इसमें इकट्ठा हुए हजारों लोगों की भीड़ के बीच तकरीर करते हुए गुलाम रसूल बलियावी ने जब शहरों को कर्बला बनाने की बात कही तो लोग नारे लगाने लगे।
उन्होंने कहा कि हैरत है कि खुद को सेक्युलर बताने वाली पार्टियों के किसी भी नेता ने नूपुर शर्मा के बयान की निंदा-आलोचना नहीं की। हम ऐसी कोई भी बात बर्दाश्त नहीं करेंगे, जिसमें हमारे रसूल, हमारे आका पर सवाल उठाया जाए। बलियावी ने कहा, जीने की तमन्ना वो करे जिसके पास रसूल का नूर न हो। हम तो इसी आरजू तमन्ना से जिए जीते हैं कि मरने के बाद एक दिन ऐसा भी आएगा कोई नहीं रहेगा। मैं रहूंगा। मेरा रसूल रहेगा। कोई समझौता नहीं होगा।
आईएएनएस
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