अब नाम बदलने से लेकर फिर चुनावों में चर्चित है ये धार्मिक शहर
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 जानें कैसे ढहा कांग्रेस बीजेपी का गढ़ अब नाम बदलने से लेकर फिर चुनावों में चर्चित है ये धार्मिक शहर
- धर्म ध्रुवीकरण और जाति
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में पांचवें चरण का चुनाव होने जा रहा है। जिले में 12 सीटों पर चुनाव होना है। इसमें कुल 169 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है। प्रयागराज की सभी सीटों पर 27 फरवरी को मतदान किया जाएगा। आज हम आपको दक्षिण प्रयागराज सीट के चुनावी समीकरण को बताएंगे।
सियासी समीकरण
इलाहाबास इलाहाबाद से होते हुए प्राचीन नाम में पहुंचा प्रयागराज
त्रिवेणी संगम के इस शहर का नाम शहंशाह अकबर ने 1575 ने इस शहर का नाम बदलकर इलाहाबास रख दिया था जिसका अर्थ होता है अल्लाह का शहर । ब्रिटिशकाल में इस शहर का नाम बदलकर इलाहाबाद कर दिया गया। 2017 में जब यूपी पर योगी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार बनी तब 2018 में एक बार फिर इस शहर का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया।
सीट का सियासी समीकरण
प्रयागराज दक्षिण विधानसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है यहां से भाजपा के वरिष्ठ नेता केसरीनाथ त्रिपाठी लगातार 5 बार जीत का परचम लहरा चुके है, 1989 से शुरू हुई बीजेपी की जीत का सिलसिला 2007 तक बरकरार रहा। हालांकि 1989 से पहले इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा , जिसे त्रिपाठी ने भेद दिया। अब यह बीजेपी का मजबूत का गढ़ बन चुका है। 2007 में बीजेपी के त्रिपाठी चुनावी जंग में मात खा गए थे। तब बीएसपी के नंद गोपाल ने त्रिपाठी को शिकस्त दी थी। इस सीट पर 1989 से पहले कांग्रेस का कब्जा रहा जो बाद में बीजेपी का गढ़ बन गया। 2012 में सपा के हाजी परवेज अहमद ने जीत हासिल की थी। 2017 में बसपा का दामन छोड़ नंद गोपाल बीजेपी में शामिल हो गए। बीजेपी के टिकट पर नंदी ने 2017 में जीत हासिल की।
दक्षिण प्रयागराज के चुनावी चेहरें
अल्पना निषाद- कांग्रेस
देवेंद्र विसनगर- बसपा
नंद गोपाल गुप्ता नंदी- बीजेपी
रईस चंद्र शुक्ला- सपा
चुनावी मुद्दे
विकास बेरोजगार के मुद्दों के बीच यहां धर्म ध्रुवीकरण और जाति के मुद्दे काफी चर्चित है। वोटरों की फसल में युरिया और यूरिया फेक्ट्री भी यहां एक सबसे बड़ा मुद्दा है। इस विधानसभा सीट पर ब्राह्मण, वैश्य और मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या है। दक्षिण प्रयागराज सीट पर पुरूष मतदाताओं की संख्या 2 लाख 31 हजार व महिला वोटरों की संख्या 1 लाख 86 हजार हैं।