मुख्तार अब्बास नकवी ने दिया मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा
बीजेपी को झटका मुख्तार अब्बास नकवी ने दिया मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अल्पसंख्यक मामलों में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। जिसके बाद से देश की सियासत में हलचल मच गई है। नकवी के इस्तीफे की खबर आते ही राजनीतिक गलियारों में बाजार गर्म है। नकवी मोदी मंत्रिमंडल में अल्पसंख्यक मामलों का विभाग संभाल रहे थे। नकवी को इस बार बीजेपी ने राज्यसभा नहीं भेजा है।
खबर है कि उन्हें पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी दी सकती है। गौरतलब है कि इस बार मोदी मंत्रिमंडल से दो मंत्रियों के राज्यसभा का कार्यकाल गुरूवार को खत्म हो रहा है। इनमें मुख्तार अब्बास नकवी के अलावा जदयू कोटे से आरसीपी सिंह का नाम शामिल है। 6 जुलाई के बाद ये दोनों नेता किसी भी सदन के सदस्य नहीं रहेंगे।
— ANI (@ANI) July 6, 2022
नकवी ने नड्डा से मुलाकात की
सूत्रों के हवाले से खबर है कि गुरूवार को हुई कैबिनेट की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्तार अब्बास नकवी के कामकाज की जमकर तारीफ की थी। नकवी ने इस्तीफा देने के बाद पार्टी के पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की है। हालांकि दोनों के बीच हुई बातचीत के बारे में जानकारी नहीं मिली। भाजपा के वरिष्ठ नेता नकवी राज्यसभा के उपनेता भी हैं।
मोदी मंत्रिमंडल में इतने सालों से थे काबिज
मुख्तार अब्बास नकवी साल 2010 से 2016 तक यूपी से राज्यसभा सदस्य रहे हैं। साल 2016 में नकवी को झारखंड से राज्यसभा भेजा गया। नकवी पहली बार लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे और अटल बिहारी सरकार में सूचना और प्रसारण राज्यमंत्री बने थे।
मोदी सरकार में 12 जुलाई 2016 में नजमा हेपतुल्ला के इस्तीफे के बाद उन्हें अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार मिला। बाद में 30 मई 2019 को उन्हें मोदी कैबिनेट में शामिल किया गया और अल्पसख्यंक मामलों का मंत्रालय मिला। मोदी मंत्रिमंडल में 8 सालों तक नकवी शामिल रहे।
उपराष्ट्रपति बनने की रेस में
मुख्तार अब्बास नकवी को बीजेपी ने राज्यसभा न भेजकर कुछ बड़ा पद देने की फिराक में है। सोशल मीडिया पर इस बात की खूब चर्चा हो रही है कि नकवी को बीजेपी इस बार उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बना सकती है। हालांकि उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए केरल के उपराज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का नाम भी सुर्खियों में है। लोगों का मानना है कि नकवी को दोबारा राज्यसभा न भेजकर बीजेपी ने सियासी बिसात बिछाई है। अब देखना दिलचस्प होगा कि नकवी को कौन सी नई जिम्मेदारी मिलेगी।