पूर्वोत्तर में सैटेलाइट, ड्रोन एवं मोबाइल ऐप के माध्यम से की जा रही निगरानी
शिलांग पूर्वोत्तर में सैटेलाइट, ड्रोन एवं मोबाइल ऐप के माध्यम से की जा रही निगरानी
डिजिटल डेस्क, शिलॉन्ग। परियोजनाओं और योजनाओं के उचित समय पर कार्यान्वयन के लिए केंद्र सरकार सैटेलाइट, ड्रोन और मोबाइल ऐप के माध्यम से उनकी प्रगति और सटीकता की निगरानी कर रही है। मेघालय स्थित नॉर्थ ईस्टर्न स्पेस एप्लीकेशन सेंटर (एनईएसएसी) के एक अधिकारी ने कहा कि नवंबर तक 588 चिन्हित परियोजनाओं में से आठ राज्यों में 1,664 विभिन्न स्थानों पर 562 जगहों को सैटेलाइट इमेज और मोबाइल ऐप के माध्यम से जियो-टैग किया गया है।
केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (डोनर) ने एनईसैक के सहयोग से मोबाइल एप्लिकेशन की निगरानी के लिए एक परियोजना विकसित की है।अधिकारी ने कहा कि 7 दिसंबर तक, नॉर्थ ईस्ट स्पेशल इंफ्रास्ट्रक्च र डेवलपमेंट स्कीम (नेसिड्स) के तहत विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 3,393 करोड़ रुपये की लागत वाली 145 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।
उत्तर पूर्व गन्ना और बांस विकास परिषद (एनईसीबीडीसी) ने 2015-16 से 2021-22 के दौरान बांस क्षेत्र में 90.86 करोड़ रुपये की 14 परियोजनाओं को मंजूरी दी है।एनईएसएसी की स्थापना 2000 में अंतरिक्ष विभाग और शिलांग स्थित उत्तर पूर्वी परिषद (एनईसी) की संयुक्त पहल के रूप में की गई थी।
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