आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के कारण जनता घुट-घुट कर जीने को मजबूर

मायावती बोलीं आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के कारण जनता घुट-घुट कर जीने को मजबूर

Bhaskar Hindi
Update: 2022-04-07 06:30 GMT
आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के कारण जनता घुट-घुट कर जीने को मजबूर
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  • मायावती बोलीं- आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के कारण जनता घुट-घुट कर जीने को मजबूर

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती ने एक बार फिर मंहगाई को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि जनता अब पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस आदि आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के कारण घुट-घुट कर जीने को मजबूर है।

बसपा मुखिया मायावती ने गुरूवार ट्वीटर के माध्यम से लिखा कि देश में बढ़ती हुई महंगाई, बेरोजगारी, गरीबी की जबर्दस्त मार व तनाव झेल रही जनता अब पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस आदि आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के कारण घुट-घुट कर जीने को मजबूर है, यह अति-चिन्ताजनक है। केन्द्र सरकार इस मामले को जरूर गंभीरता से ले।

ज्ञात हो कि बसपा मुखिया ने इससे पहले भी महंगाई को लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधा और कहा था कि देश के पांच राज्यों में विधान सभा आम चुनाव संपन्न होने के बाद अब तक उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में डीजल व पेट्रोल आदि के कई बार दाम बढ़ चुके हैं, जिसकी सीधी मार गरीब एवं मध्यम वर्गो पर पड़ रही है। केन्द्र सरकार इसे कम करने हेतु उचित कदम जरूर उठाये।

गौरतलब हो कि पेट्रोल-डीजल में हो रही बढ़ोतरी को लेकर यूपी के सभी विपक्षी दल केन्द्र सरकार पर हमलावर है। इससे पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी महंगाई को लेकर निशाना साधा था। कहा कि जनता कह रही है कि 80 पैसे प्रतिदिन या लगभग 24 रुपये महीने के हिसाब से पेट्रोल के दाम यूं ही बढ़ते रहे तो अगले जो चुनाव नवंबर-दिसंबर में होंगे, इस बीच 7 महीने में दाम लगभग 175 रुपये बढ़ जाएंगे मतलब आज के 100 रुपये लीटर से बढ़कर पेट्रोल 275 रुपये लीटर हो जाएगा। ये है भाजपाई महंगाई का गणित।

आईएएनएस

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