कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में एक दो नहीं सात-सात नाम, एक पुराने कांग्रेसी के साथ जी-23 ग्रुप के असंतुष्ट नेता ने भी पद के लिए ठोंकी ताल

कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव-2022 कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में एक दो नहीं सात-सात नाम, एक पुराने कांग्रेसी के साथ जी-23 ग्रुप के असंतुष्ट नेता ने भी पद के लिए ठोंकी ताल

Bhaskar Hindi
Update: 2022-09-22 11:15 GMT
कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में एक दो नहीं सात-सात नाम, एक पुराने कांग्रेसी के साथ जी-23 ग्रुप के असंतुष्ट नेता ने भी पद के लिए ठोंकी ताल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देशभर में इन दिनों कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव की चर्चा तेज है। कांग्रेस के भीतर अध्यक्ष पद के उम्मीदवारी को लेकर कई नाम सामने आ रहे हैं लेकिन किसी एक का नाम अभी तक तय नहीं हो पाया है। इस बार कयास यही लगाया जा रहा है कि अध्यक्ष पद का चुनाव कोई गैर कांग्रेसी सदस्य ही लड़ेगा। राहुल गांधी को तमाम वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने मनाने का प्रयास किया लेकिन अभी तक राहुल गांधी इसको लेकर राजी नहीं हुए हैं। सबसे पहले अध्यक्ष पद के चुनाव लड़ने के लिए राजस्थान सीएम अशोक गहलोत का नाम सामने आया था, फिर जी-23 नेता शशि थरूर की सोनिया गांधी की मुलाकात के बाद अचकलों का बाजार गर्म रहा और माना जाने लगा की थरूर को ये जिम्मेदारी दी सकती है।

उसके बाद मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के उस बयान के बाद चर्चा तेज हो गई, जिसमें उन्होंने एक टीवी चैनल को दिए गए साक्षात्कार के दौरान कहा था कि मेरा नाम क्यों खारिज किया जा रहा है। तभी से माना जाने लगा था कि हो सकता है कि दिग्विजय सिंह को पार्टी अध्यक्ष उम्मीदवार बना सकती है लेकिन इसी बीच कांग्रेस के दो और वरिष्ठ नेताओं की एंट्री हो जाती है। एक मनीष तिवारी तो दूसरे मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ हैं।

अब इनको लेकर सियासी पारा चढ़ता जा रहा है और सूत्रों के हवाले से खबर है कि ये दोनों नेता अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। गौरतलब है कि मनीष तिवारी जी-23 के दिग्गज नेताओं में से आते हैं। दिलचस्प बात यह है कि एक तरफ जहां कांग्रेस के अध्यक्ष उम्मीदवार का नाम नहीं तय हो पा रहा है तो वहीं दूसरी ओर धीरे-धीरे उम्मीदवारी पर दावा करने वाले कई नेताओं का नाम सामने आ रहा है। 


कांग्रेस में उम्मीदवारों की भरमार!

कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार का नाम भले ही अभी तक तय नहीं हो पा रहा है लेकिन एक-एक करके नाम सामने आने लगे हैं। हालांकि अभी तक आधिकारिक तौर पर किसी एक नाम की कांग्रेस पार्टी घोषणा नहीं कर पाई है। दिल्ली कांग्रेस में इस वक्त खलबली मची हुई है क्योंकि अध्यक्ष पद उम्मीदारों के नामांकन की तारीख 24 सितंबर से 30 सितंबर तक रहेगा। सोनिया गांधी स्पष्ट कर चुकी हैं कि पार्टी का कोई भी उम्मीदवार नहीं होगा, जो चाहे चुनाव में उतर सकता है। माना जा रहा है कि अशोक गहलोत अध्यक्ष पद के लिए गांधी परिवार की पहली पसंद हैं लेकिन राजस्थान की कुर्सी की छोड़ना नहीं चाहते हैं।

गहलोत को पता है कि अगर अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालते हैं तो उन्हें एक शख्स एक पद के नियम को फॉलो करना पड़ेगा और अपने सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ेगा। ऐसे में गहलोत कुर्सी के जाल में फंसे हुए दिख रहे हैं। दिग्विजय भी चुनाव लड़ने के लिए पहले संकेत दे चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक, मनीष तिवारी व कमलनाथ भी चुनाव लड़ने के लिए कमर कस चुके हैं। भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम की चर्चा तेज है। ऐसे में कुल मिलाकर सात उम्मीदवार अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं, हालांकि राहुल गांधी को लेकर सस्पेंस बरकरार है। 

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