6 अप्रैल को हनुमान जयंती से पहले ममता सतर्क
राजनीति 6 अप्रैल को हनुमान जयंती से पहले ममता सतर्क
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। पिछले कुछ दिनों में रामनवमी के जुलूसों को लेकर पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हुई झड़पों के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हनुमान जयंती के अवसर पर 6 अप्रैल को इसी तरह के तनाव होने की चेतावनी दी। मुख्यमंत्री ने पूर्वी मिदनापुर जिले के खेजुरी में प्रशासनिक समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कहा- मैं अपने प्रशासन के साथ-साथ आम लोगों से भी 6 अप्रैल को सतर्क रहने के लिए कह रही हूं। हम सभी बजरंगबली का सम्मान करते हैं और हम उनके नाम पर कोई तनाव या हिंसा नहीं चाहते हैं। किसी भी तरह के तनाव को रोकने के लिए युवाओं को आगे आना चाहिए।
बनर्जी ने कहा कि रामनवमी के जुलूस को लेकर तनाव जानबूझकर भड़काया गया, जुलूस उन रास्तों पर ले जाया गया जहां अनुमति नहीं थी। हुगली जिले के रिशरा में रविवार को झड़प पर मुख्यमंत्री ने रामनवमी के तीन दिन बाद जुलूस निकालने के औचित्य पर सवाल उठाया। बनर्जी ने कहा- हम रमजान के महीने के बीच में हैं। लेकिन कुछ लोग तनाव पैदा करने के इरादे से जुलूसों को संवेदनशील इलाकों में ले जा रहे हैं। उन इलाकों में फलों के स्टाल जला दिए गए हैं। वह आग्नेयास्त्रों और अन्य घातक हथियारों के साथ जुलूस में भाग ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने केन्द्र प्रायोजित विभिन्न योजनाओं के तहत राज्य को केंद्रीय बकाया राशि का भुगतान नहीं करने के लिए भी केंद्र सरकार के खिलाफ तीखा हमला किया। बनर्जी ने कहा, बकाया चुकाने के बजाय, केंद्र राज्य में तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहा है। लगभग सभी केंद्र प्रायोजित योजनाओं के तहत बड़ी रकम रोकी जा रही है। केंद्र को यह बताना चाहिए कि वे योजनाओं के तहत धन क्यों जारी नहीं कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह केंद्र के रुख को ध्यान में रखें और आगामी पंचायत चुनावों के साथ-साथ 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को वोट न दें।
(आईएएनएस)
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