लाहौल स्पीति में जनसभा: पीएम मोदी बोले- अटल टनल इस क्षेत्र के युवाओं को देगी रोजगार के अवसर
लाहौल स्पीति में जनसभा: पीएम मोदी बोले- अटल टनल इस क्षेत्र के युवाओं को देगी रोजगार के अवसर
डिजिटल डेस्क, शिमला। प्रधानमंत्री ने आज शनिवार को हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के रोहतांग में दुनिया की सबसे लंबी सुरंग "अटल टनल" का उद्घाटन किया। सुरंग को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद लाहौल स्पीति के सिस्सू में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, लंबे समय के बाद आप सभी के बीच आना मेरे लिए सुखद अनुभव है। अटल टनल के लिए सभी को बधाई। पीएम ने कहा, सुरंग के बनने से राज्य के किसानों, व्यापारियों-किसानों को लाभ होगा और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
पीएम मोदी ने कहा, अटल टनल के बनने से लाहौल-स्पीति और पांगी के किसान हों, बागवानी से जुड़े लोग, पशुपालक, स्टूडेंट, नौकरीपेशा या व्यापारी-कारोबारी हों सभी को लाभ होने वाला है। अब लाहौल के किसानों की गोभी, आलू और मटर की फसल बर्बाद नहीं होगी, बल्कि तेजी से मार्केट पहुंचेगी।
#AtalTunnel will connect the youth of this entire region with many employment opportunities: PM Modi in Himachal Pradesh https://t.co/KA2xYo8IhE
— ANI (@ANI) October 3, 2020
जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा:-
- अटल टनल के बनने से लाहौल के लोगों के लिए नई सुबह हुई है और पांगी के लोगों का जीवन भी बदलने वाला है। ये टनल इस पूरे क्षेत्र के युवाओं को रोज़गार के अनेक अवसरों से जोड़ने वाली है। कोई होम स्टे चलाएगा, कोई गेस्ट हाउस, कोई ढाबा, कोई दुकान करेगा तो वहीं अनेक साथियों को गाइड के रूप में भी रोज़गार उपलब्ध होगा।
- लाहौल स्पीति एक प्रकार से औषधीय पौधों और अनेक मसालों का उत्पादक है। ये उत्पाद पूरे देश में हिमाचल की, लाहौल की पहचान बन सकते हैं। अटल टनल बनने के बाद यहां के लोगों को बच्चों की पढ़ाई के लिए पलायन की जरूरत नहीं होगी।
- स्पीति घाटी में स्थित देश में बौद्ध शिक्षा के एक अहम केंद्र ताबो मठ तक दुनिया की पहुंच और सुगम होने वाली है। एक प्रकार से ये पूरा इलाका पूर्वी एशिया समेत विश्व के अनेक देशों के बौद्ध अनुयायियों के लिए भी एक बड़ा सेंटर बनने वाला है। अब देश में नई सोच के साथ काम हो रहा है। स्पीति घाटी में स्थित देश में बौद्ध शिक्षा के एक अहम केंद्र ताबो मठ तक दुनिया की पहुंच और सुगम होने वाली है। यानि एक प्रकार से ये पूरा इलाका पूर्वी एशिया समेत विश्व के अनेक देशों के बौद्ध अनुयायियों के लिए भी एक बड़ा सेंटर बनने वाला है।
- अब देश में नई सोच के साथ काम हो रहा है। सबके साथ से, सबके विश्वास से, सबका विकास हो रहा है। अब योजनाएं इस आधार पर नहीं बनतीं कि कहां कितने वोट हैं। अब प्रयास इस बात का है कि कोई भारतीय छूट ना जाए, पीछे न रह जाए। इस बदलाव का एक बहुत बड़ा उदाहरण लाहौल-स्पीति है।
- ये टनल इस पूरे क्षेत्र के युवाओं को रोज़गार के अनेक अवसरों से जोड़ने वाली है। कोई होम स्टे चलाएगा, कोई गेस्ट हाउस, कोई ढाबा, कोई दुकान करेगा तो वहीं अनेक साथियों को गाइड के रूप में भी रोजगार उपलब्ध होगा।