मणिपुर के 6 जिलों में अंतिम चरण का मतदान शनिवार को

विधानसभा चुनाव मणिपुर के 6 जिलों में अंतिम चरण का मतदान शनिवार को

Bhaskar Hindi
Update: 2022-03-03 17:30 GMT
मणिपुर के 6 जिलों में अंतिम चरण का मतदान शनिवार को

डिजिटल डेस्क, इंफाल। मणिपुर में 60 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए दो महीने से अधिक समय से चल रहा व्यस्त चुनाव अभियान गुरुवार को दोपहर में खत्म हो गया। छह जिलों की शेष 22 सीटों के लिए शनिवार को मतदान होगा।

चुनाव अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को होने वाले मतदान के लिए थौबल, जिरीबाम, चंदेल, उखरूल, सेनापति और तामेंगलोंग जिलों में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 300 से अधिक कंपनियों को दूसरे चरण में तैनात किया गया है।

थौबल घाटी क्षेत्र में आता है, जबकि अन्य पांच जिले असम और नागालैंड की सीमा के साथ-साथ म्यांमार के पहाड़ी इलाकों में हैं, जिससे सुरक्षा बलों को अंतर्राष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय सीमाओं पर काफी सतर्कता बरती जा रही है।

चुनाव अधिकारियों के अनुसार, 4,28,968 महिलाओं सहित 8,47,400 मतदाता 1,247 मतदान केंद्रों पर दो महिलाओं सहित 92 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करेंगे।

चुनाव अधिकारियों ने कहा कि एक कोविड-सुरक्षित चुनाव के लिए कई उपायों के तहत सभी छह जिलों में मतदान केंद्रों की अनिवार्य सफाई की गई थी।

शनिवार का मतदान कांग्रेस के तीन बार (2002-2017) मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह के साथ-साथ भाजपा के कई मंत्रियों और मौजूदा विधायकों के चुनावी भाग्य को तय करेगा।

74 वर्षीय वयोवृद्ध नेता सिंह थौबल जिले की थौबल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और भाजपा के लीतानथेम बसंता सिंह, जनता दल-युनाइटेड के इरोम चाओबा सिंह और शिवसेना के कोन्सम माइकल सिंह के खिलाफ चौतरफा मुकाबले में हैं।

मुख्य विपक्षी कांग्रेस ने 22 विधानसभा सीटों में से चार - चंदेल, माओ, ताडुबी, तामेंगलोंग और राजनीतिक हलकों में उम्मीदवार नहीं उतारे हैं और राजनीतिक हलकों ने देखा कि वह मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा के नेतृत्व वाली नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के उम्मीदवारों का समर्थन कर रही है। एनपीपी, जो 2017 से मेघालय और मणिपुर दोनों में भाजपा के सहयोगी रही है, लेकिन इस बार मणिपुर में अलग से चुनाव लड़ रही है।

प्रचार अभियान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, उनके त्रिपुरा समकक्ष बिप्लब कुमार देब, एनपीपी सुप्रीमो संगमा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और राज्यसभा सदस्य जयराम रमेश ने अपनी-अपनी पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया।

भाजपा ने 2017 में 21 सीटें हासिल की थीं और एनपीपी और नगा पीपुल्स फंट्र (एनपीएफ) सहित विभिन्न दलों के साथ गठबंधन सरकार बनाने के बाद पहली बार राज्य में सत्ता में आई थी। हालांकि, इस बार तीनों अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं और एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार खड़े कर रहे हैं।

कांग्रेस, जिसने 2017 तक लगातार 15 वर्षो तक राज्य पर शासन किया, उसने चार वाम दलों और जनता दल-सेक्युलर के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन करने के बाद मणिपुर प्रगतिशील धर्मनिरपेक्ष गठबंधन का गठन किया है।

पहले चरण का मतदान 28 फरवरी को 38 सीटों पर हुआ था, जब 12,09,439 मतदाताओं में से 88.63 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था।

वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी।

(आईएएनएस)

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