क्या महलनुमा घर में रहते हैं आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल? बीजेपी का आरोप विकास कार्य रोक कर करोड़ों में सजाया घर

घर या शीशमहल! क्या महलनुमा घर में रहते हैं आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल? बीजेपी का आरोप विकास कार्य रोक कर करोड़ों में सजाया घर

Bhaskar Hindi
Update: 2023-04-26 09:52 GMT
क्या महलनुमा घर में रहते हैं आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल? बीजेपी का आरोप विकास कार्य रोक कर करोड़ों में सजाया घर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास की मरम्मत को लेकर दिल्ली की सियासत गरमा गई है। प्रदेश भाजपा की तरफ से आरोप लगाया गया है कि मुख्यमंत्री आवास सौंदर्यीकरण पर करीब 45 करोड़ रूपये खर्च किए गए हैं। बीजेपी की तरफ से इसे लेकर सीएम केजरीवाल पर जोरदार हमला किया गया है और नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की मांग की है। वहीं बीजेपी के आरोप पर आम आदमी पार्टी ने पलटवार करते हुए कहा है कि बीजेपी ओछी राजनीति कर रही है। सीएम आवास किसी की निजी संपत्ति नहीं है। वहीं, भाजपा कार्याकर्ताओं ने इस पूरे मामले को लेकर सीएम आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। कार्यकर्ताओं की तरफ से दिल्ली सरकार के खिलाफ जमकर नारीबाजी की जा रही है, साथ ही सीएम केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की जा रही है। 

'केजरीवाल का घर नहीं, शीशमहल है'

दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दावा किया कि सीएम केजरीवाल का घर और दफ्तर का सौंदर्यीकरण करने के लिए 45 करोड़ रूपये खर्च किए गए हैं। केजरीवाल का घर नहीं बल्कि शीशमहल है। सचदेवा ने आगे कहा, "दिल्ली सरकार ने कोरोना के समय कई विकास कार्य पैसों के अभाव के चलते स्थगित कर दिए, लेकिन सीएम के घर और ऑफिस सजाने में करोड़ों खर्च कर दिए। यह दिल्ली सरकार की लोगों के प्रति संवेदनहीनता का बड़ा प्रमाण है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को दिल्ली के लोगों को जवाब देना चाहिए। दिल्लीवाले सोच रहे हैं कि केजरीवाल का आवास कितना भव्य होगा, क्योंकि इतने में तो दिल्ली में एक अच्छा-खासा बंगला बन जाता है।" वहीं दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने आरोप लगाते हुए कहा कि "केजरीवाल की सादगी और ईमानदारी बेनकाब हो गई है। उन्हें तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।" 

सीएम केजरीवाल को पद पर बने रहने का अधिकार नहीं

वहीं इस मामले पर विपक्षी दल कांग्रेस की तरफ से भी केजरीवाल सरकार पर हमला किया गया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने कहा है कि केजरीवाल ने अपने बंगले पर जनता के 45 करोड़ रूपये फूंक दिए। उन्होंने केजरीवाल को उनका पुरानी शपथ याद दिलाते हुए कहा, 7 जून 2013 को विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल ने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में एक शपथ पत्र बांटा था। जिसमें केजरीवाल ने कहा था कि मैं लालबत्ती गाड़ी, सुरक्षा और बंगला नहीं लूंगा। अब टैक्स पैयर्स की मेहनत की कमाई वह अपने लिए 45 करोड़ का बंगला बनवाने में लगा रहे हैं। उन्हें सीएम के पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। 

आप ने दी सफाई 

बीजेपी और कांग्रेस के आरोपों पर आम आदमी पार्टी ने सफाई दी है। पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा, "केजरीवाल के 80 साल पुराने सरकारी बंगले में तीन घटनाएं हुईं। संजय सिंह ने बताया कि जिस कमरे में केजरीवाल के माता-पिता रह रहे थे, उसकी छत गिर गई। CM के कमरे और गेस्ट रूम में भी यही हुआ। जिसके बाद पीडब्ल्यूडी ने इसे फिर से बनाने की सिफारिश की थी।"

बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए संजय सिंह ने कहा, 'दिल्ली के उपराज्यपाल  के आवास की मरम्मत में 15 करोड़ रुपए खर्च किए गए। इसके अलावा गुजरात के सीएम  का प्लेन 191 करोड़ रुपए में खरीदा गया। भाजपा के नेता इस पर कुछ क्यों नहीं बोलते? ये क्या मुद्दे नहीं हैं। प्रधानमंत्री का घर ठीक करने में 500 करोड़ रुपए लगे। 8400 करोड़ का जहाज खरीदा गया। पीएम 12 करोड़ की कार से चलते हैं। सवा लाख रुपए के पेन से लिखते हैं। 10 लाख का सूट और 1.6 लाख का चश्मा पहनते हैं। इस पर तो भाजपा ने सवाल नहीं उठाया। हम सभी जानते हैं कि ये अडाणी, सत्यपाल मलिक जैसे मुद्दों से ध्यान हटाने की साजिश है।' 

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