कमल नाथ ने सिंधिया के गढ़ में भरी हुंकार

चुनाव तैयारी कमल नाथ ने सिंधिया के गढ़ में भरी हुंकार

Bhaskar Hindi
Update: 2022-02-23 18:00 GMT
कमल नाथ ने सिंधिया के गढ़ में भरी हुंकार

डिजिटल डेस्क, भिंड। मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने लगभग डेढ़ साल बाद होने वाले विधानसभा के चुनाव की तैयारियां तेज कर दी है, इसी क्रम में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ चंबल इलाके में जनसभा और रैली कर हुंकार भरी है।

ग्वालियर-चंबल वह इलाका है जहां जिसे सिंधिया राजघराने का प्रभाव क्षेत्र माना जाता है। वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को इस इलाके में बड़ी सफलता मिली थी और कांग्रेस की डेढ़ दशक बाद सत्ता में वापसी हुई थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ छोड़ने के कारण कांग्रेस की सरकार गिर गई थी।

कांग्रेस की सिंधिया को उनके ही गढ़ में घेरने की कोशिश है और कांग्रेस के नेताओं के दौरे भी इस इलाके में हो रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ भिंड पहुंचे और भाजपा पर हमले बोले।

कमल नाथ ने भिंड में जनसभा में कहा कि भाजपा के पास अब केवल पुलिस, पैसा, और प्रशासन बचा है। भाजपा सत्ता का दुरुपयोग कर निर्दोषों पर झूठे मुकदमे लगाकर दबाव की राजनीति कर रही है, लेकिन वह याद रखें कि विधानसभा चुनाव में केवल 19 महीने ही बचे हैं, अब प्रदेश की जनता ही भाजपा का फैसला करेगी।

पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा, आज प्रदेश की तस्वीर आपके सामने है। हर वर्ग परेशान है, 15 वर्ष बाद जनता ने प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनायी। शिवराज सरकार ने कांग्रेस को ऐसा प्रदेश सौंपा, जो महिलाओं पर अत्याचार, किसानों की आत्महत्या, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, घोटालों में देश में नंबर वन था। कौन सी चुनौती हमारे सामने नहीं थी।

सरकार गिराने को लेकर कमल नाथ ने कहा, कौन सा गुनाह, कौन सी गलती हमने की, जो हमने किसानों का कर्ज माफ किया। चंबल संभाग में 2.70 लाख किसानों का 1300 करोड़ का कर्ज माफ किया। आखिरी चरण में 72 हजार किसानों का कर्ज माफ किया, इसके गवाह क्षेत्र के किसान हैं। 15 माह में 1000 गौशाला बनायीं, जितनी शिवराज सरकार के 15 वर्ष में भी नहीं बनी।

100 रू में 100 यूनिट बिजली प्रदान की, पेंशन की राशि बढ़ायी, कन्या विवाह की राशि बढ़ाई। आज सबसे बड़ी चुनौती हमारे सामने युवा वर्ग है, वह भटकता हुआ नौजवान है, जो रोजगार को लेकर भटक रहा है। यदि नौजवान का ही भविष्य अंधकार में रहेगा तो प्रदेश का नव निर्माण कैसे होगा।

(आईएएनएस)

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