मैं कांग्रेस के लिए दुआ ही कर सकता हूं, पर  मेरी दुआ से कांग्रेस ठीक नहीं होगी: आजाद

इस्तीफे के बाद आजाद मैं कांग्रेस के लिए दुआ ही कर सकता हूं, पर  मेरी दुआ से कांग्रेस ठीक नहीं होगी: आजाद

Bhaskar Hindi
Update: 2022-08-29 08:28 GMT
मैं कांग्रेस के लिए दुआ ही कर सकता हूं, पर  मेरी दुआ से कांग्रेस ठीक नहीं होगी: आजाद
हाईलाइट
  • कांग्रेस को स्पेशलिस्ट की जरूरत

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  मैं कांग्रेस के लिए दुआ ही कर सकता हूं, ये बात दो दिन पहले कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे चुके कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने मीडिया के सवाल के जवाब में कही। पूर्व कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि गंभीर बीमारी से जूझ रही कांग्रेस मेरी दुआ से ठीक नहीं होगी उसके लिए दवा चाहिए। आजाद यही नहीं ठहरे उन्होंने आगे कहा कि अभी कांग्रेस का डॉक्टर कंपाउंडर है। अभी कांग्रेस को स्पेशलिस्ट की जरूरत है।  

कांग्रेस पार्टी से  इस्तीफा देने के बाद  मीडिया को  भावुक भरे अंदाज में जवाब देते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा में पार्टी से त्याग पत्र देने के बाद से मैं अभी तक ठीक ढंग से सोया भी नहीं हूं। दुख होता है जिस पार्टी को हमने अपने खून पसीने से सींचा। उसे आज कहां कहां से इकट्ठा होकर आए लोग चला रहे है। 

आजाद का कांग्रेस पार्टी से नाता तोड़ने वाले पत्र के सामने आने के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता जयराम रमेश ने आजाद के डीएनए को लेकर तंज कसा था, जिसका जवाब देते हुए आजाद ने कहा कि जयराम रमेश पहले वे अपना डीएनए चेक करवाएं कि कहां के हैं और किस पार्टी से हैं, वे देखें कि उनका डीएनए किस-किस पार्टी में रहा है। जाते जाते आजाद ने फिर दोहराया कि बाहर के लोगों को कांग्रेस का अता-पता नहीं है। चापलूसी और ट्विट कर जिन्हें पद मिले अगर वे आरोप लगाएं तो हमें दुख होता है

आपका रिमोट कंट्रोल भाजपा के हाथ में है" मीडिया के सवाल पर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि घर वालों ने घर छोड़ने पर मजबूर किया और जहां घर वालों को लगे कि यह आदमी नहीं चाहिए तो अकलमंदी खुद घर छोड़ने में है, जो शख्स अपनी स्पीच खत्म करने के बाद भरी सदन में उनसे(पीएम से) गले मिले, तो वे मिले हैं या मैं मिला हूं?।

इससे पहले आजाद ने एक समाचार एजेंसी को इंटरव्यू देते हुए कहा था कि राजनीति में आपका नेतृत्वकर्ता सिखाता है कि आप  बड़ों की इज्जत करें। विपक्ष के नेताओं से सीखें। आजाद ने कहा ये दोनों बातें राहुल गांधी में नहीं है। उनकी योजना सिर्फ और सिर्फ मोदी पर हमलावर करने की है।  आजाद ने कहा कि मेरी राहुल से कोई पर्सनल दुश्मनी और द्वेष भावना नहीं है।लेकिन एक अच्छे इंसान और एक राजनीतिज्ञ होने की बात राहुल गांधी में नहीं है। उन्हें अधिक अधिक से कार्य करने की जरूरत है। 

 


 

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