गृह मंत्रालय ने हिज्बुल-मुजाहिद्दीन के कमांडर सहित 3 को यूएपीए के तहत आतंकी घोषित किया

नई दिल्ली गृह मंत्रालय ने हिज्बुल-मुजाहिद्दीन के कमांडर सहित 3 को यूएपीए के तहत आतंकी घोषित किया

Bhaskar Hindi
Update: 2022-10-04 14:30 GMT
गृह मंत्रालय ने हिज्बुल-मुजाहिद्दीन के कमांडर सहित 3 को यूएपीए के तहत आतंकी घोषित किया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में शामिल रहे आतंकी संगठन हिज्बुल-मुजाहिदीन के मुख्य प्रक्षेपण कमांडर सहित कुल 3 को यूएपीए के तहत आतंकी घोषित किया है। गृह मंत्रालय ने इसको लेकर 3 अलग-अलग अधिसूचना भी जारी की हैं। गृह मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में बताया है कि यूएपीए की शक्तियों का प्रयोग करते हुए शौकत अहमद शेख, इम्तियाज अहमद कांडू और बसीत अहमद रेशी को आतंकी घोषित किया गया है।

गृह मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में ये भी बताया है कि हिज्बुल-मुजाहिदीन आतंकी संगठन है और यूएपीए के तहत प्रतिबंधित है। इसलिए इनके सदस्यों को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के चलते आतंकी घोषित किया जा रहा है। तीनों आतंकियों का पूरा कच्चा चिट्ठा भी दिया गया है।

शौकत अहमद शेख: शौकत अहमद शेख उर्फ शौकत मोची, पुत्र गुलाम नबी शेख जिसका जन्म वर्ष 1970 में गनी हमाम, बारामुला, जम्मू-कश्मीर में हुआ था। वो इस समय पाकिस्तान में रहता है और आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के मुख्य प्रक्षेपण कमांडर के रूप में कार्य कर रहा है। शौकत अहमद शेख उत्तरी कश्मीर में अपने सहयोगियों के गहन नेटवर्क के कारण घुसपैठ का समन्वय करने में और आतंकवादियों की भर्ती करने तथा आतंकवादी हमलों में सम्मलित रहा है। शौकत अहमद शेख की जम्मू कश्मीर में आतंकी हिंसा फैलाने में मुख्य भूमिका है।

बसीत अहमद रेशी: बसीत अहमद रेशी, पुत्र मोहम्मद रमजान रेशी, जिसकी जन्म की तारीख 4 मार्च, 1996 है। वो यंबरजलवाडी शिवा इंगेरपोरा, जिला बारामूला, जम्मू-कश्मीर का निवासी है और इस समय पाकिस्तान में रहता है। बसीत आतंकवादी संगठन हिज्बुल-मुजाहिदीन का एक सदस्य है। बसीत अहमद रेशी विध्वंसक क्रियाकलापों में अंतर्वलित रहा है और जम्मू-कश्मीर में लक्षित हत्याओं का समन्वय कर रहा है। बासित अहमद रेशी ने 18 अगस्त, 2015 को सोपोर में तज्जौर शरीफ पेट अस्तान में बाबा अली रैना मजार की पुलिस चौकी पर एक आतंकवादी हमले की योजना बनाई और उसे निष्पादित किया, जिसमें एक पुलिसकर्मी और एक नागरिक मारा गया था। बसीत अहमद रेशी सीमा पार से हथियारों और गोला बारूद का प्रबंध करने तथा आतंकवाद के वित्त पोषण करने और आतंकवादी रैंकों में सम्मिलित होने के लिए युवाओं को प्रेरित करने में अंतर्बलित रहा है।

इम्तियाज अहमद कांडू: इम्तियाज अहमद कांडू उर्फ सजद उर्फ फयाज सोपोर पुत्र अब्दुल खालिक कांडू, निवासी कालतांग, सोपोर जम्मू-कश्मीर का है। वो इस समय पाकिस्तान में रहता है और आतंकवादी संगठन हिज्बुल-मुजाहिदीन का एक सदस्य है। इम्तियाज अहमद कांडू आतंकवादियों के लिए वित्त का प्रबंध करने, आतंकवादियों को आयुधों और गोलाबारूद की पूर्ति करने तथा स्वापक पदार्थों की तस्करी में सम्मलित रहा है। इम्तियाज अहमद कांडू सुरक्षाबलों और नागरिकों पर आक्रमणों का समन्वयन करता रहा है, जिसमें सुरक्षाबलों के अनेक कार्मिक और नागरिक मारे गए।

 

 (आईएएनएस)

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