Death: पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह का 82 साल की उम्र में निधन, PM मोदी ने जताया दुख
Death: पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह का 82 साल की उम्र में निधन, PM मोदी ने जताया दुख
- पीएम
- गृह मंत्री सहित कई दिग्गजों ने जताया शोक
- पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह छह साल से कोमा में थे
- लंबे समय से बीमार थे
- उन्हें जून को भर्ती कराया गया था
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता जसवंत का सिंह का निधन हो गया है। वह 82 साल के थे और पिछले छह साल से कोमा में थे। दिल्ली के आर्मी अस्पताल की ओर से जारी बयान के अनुसार, "पूर्व कैबिनेट मंत्री मेजर जसवंत सिंह (रिटा) का आज सुबह 6.55 बजे निधन हो गया। उन्हें जून को भर्ती कराया गया था और सेप्सिस के साथ मल्टीऑर्गन डिसफंक्शन सिंड्रोम का इलाज चल रहा था।
उन्हें आज सुबह कार्डियक अरेस्ट आया। उनका कोविड स्टेटस निगेटिव है। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई नेताओं ने उनके निधन पर संवेदना व्यक्त की है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, "जसवंत सिंह जी ने पहले एक सैनिक के रूप में और बाद में राजनीति के साथ अपने लंबे जुड़ाव के दौरान देश की सेवा पूरी मेहनत से की। अटल जी की सरकार के दौरान उन्होंने महत्वपूर्ण विभागों को संभाला और वित्त, रक्षा और बाहरी मामलों की दुनिया में एक मजबूत छाप छोड़ी। उनके निधन से दुखी हूं।
Jaswant Singh Ji served our nation diligently, first as a soldier and later during his long association with politics. During Atal Ji’s Government, he handled crucial portfolios and left a strong mark in the worlds of finance, defence and external affairs. Saddened by his demise.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 27, 2020
पीएम मोदी ने कहा, जसवंत सिंह जी को राजनीति और समाज के मामलों पर उनके अनूठे दृष्टिकोण के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने भाजपा को मजबूत बनाने में भी योगदान दिया। मैं हमेशा उनके साथ हमारी बातचीत को याद रखूंगा। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना। ओम शांति
Jaswant Singh Ji will be remembered for his unique perspective on matters of politics and society. He also contributed to the strengthening of the BJP. I will always remember our interactions. Condolences to his family and supporters. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 27, 2020
वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जसवंत सिंह को उनकी बौद्धिक क्षमताओं और देश की सेवा के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने राजस्थान में बीजेपी को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस दुख की घड़ी में उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना।
Shri Jaswant Singh ji would be remembered for his intellectual capabilities and stellar record in service to the nation. He also played a key role in strengthening the BJP in Rajasthan. Condolences to his family and supporters in this sad hour. Om Shanti.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 27, 2020
विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने लिखा, उन्हें परमाणु शक्ति वाले भारत की विदेश नीति तैयार करने के लिए खासतौर पर याद किया जाएगा। विदेश मंत्री के रूप में उन्होंने भारतीय डिप्लोमेट्स से शानदार काम कराया।
Deeply saddened to learn of the demise of Shri Jaswant Singh ji. He will be particularly remembered for fashioning a foreign policy for a nuclear India. As foreign minister, he brought out the best in Indian diplomats.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) September 27, 2020
भारतीय सेना में रहे जसवंत सिंह ने बाद में राजनीति का दामन थाम लिया था। जसवंत सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में 1996 से 2004 के बीच रक्षा, विदेश और वित्त जैसे मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली। लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजापी ने उन्हें टिकट नहीं दिया, इसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी। उसी साल उन्हें सिर में गंभीर चोटें आई, तब से वह कोमा में थे।