बीजेपी से बाहर हुए ससुर, लेकिन जिद पर अड़ी रहने वाली अनुकृति देसाई कौन है, जिसकी वजह से गर्माई है उत्तराखंड की सियासत!
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 बीजेपी से बाहर हुए ससुर, लेकिन जिद पर अड़ी रहने वाली अनुकृति देसाई कौन है, जिसकी वजह से गर्माई है उत्तराखंड की सियासत!
डिजिटल डेस्क, देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में अंदरूनी कलह सामने आयी, जिसकी वजह से पार्टी ने अपने ही मंत्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। आपको बता दें कि छह साल पहले कांग्रेस बगावत कर बीजेपी ज्वाइन करने वाले वरिष्ठ नेता हरक सिंह रावत अब आंसू बहा रहे हैं, हालांकि उनके आंसू उत्तराखंड चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। अब हरक सिंह के निशाने पर बीजेपी है, वे भाजपा पर हमला बोल रहे हैं और कह रहे हैं कि बड़े-बड़े राजा महाराजाओं ने कुछ ऐसे फैसले लिए जो उनके विनाश का कारण बने हैं।
दरअसल, बीजेपी ने हरक सिंह को पार्टी से छह साल के निष्कासित कर दिया है। खबरों के मुताबिक उसके पीछे का कारण है कि वे अपनी पुत्रवधु अनुकृति गुसाईं को चुनावी मैदान में उतारना चाहते थे। जिसको लेकर बीजेपी का स्थानीय नेतृत्व तैयार नहीं हो रहा था। इसी को लेकर हरक सिंह दबाव डालने के लिए दिल्ली भी पहुंचे। लेकिन, वहां से भी निराशा ही हाथ लगी। वहीं पर्दे के पीछे चलने वाला मामला सार्वजनिक होने के बाद सवाल खड़ा होने लगा कि अनुकृति गुसाईं कौन है? जिनके खातिर हरक सिंह ने अपनी राजनीतिक करियर दांव पर लगा दिया है।
जानें अनुकृति के बारे में
आपको बता दें कि अनुकृति गुसाईं एक मॉडल से साथ-साथ प्रजेंटर हैं। अनुकृति का जन्म साल 25 मार्च 1994 में हुआ था। साल 2013 में उन्होंने मिस इंडिया दिल्ली काा खिताब अपने नाम किया था व मिस प्रतियोगिता में पांचवें स्थान पर रही थीं। अनुकृति ने अभी तक कई उपलब्धियां हासिल की हैं, बता दें कि साल 2013 में ही वे ब्राइड ऑफ द वर्ल्ड इंडिया का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं। इसके अलावा उन्होंने वर्ष 2014 में मिस इंडिया पैसिफिक वर्ल्ड और साल 2017 में मिस इंडिया ग्रैंड इंटरनेशनल में भारत का प्रतिनिधित्व किया। गौरतलब है कि अनुकृति महिला एवं बाल कल्याण संस्थान की अध्यक्ष भी हैं।
अनुकृति कर चुकी हैं चुनाव लड़ने का ऐलान
आपको बता दें कि पूर्व मंत्री हरक सिंह की पुत्रवधु अनुकृति गुसाईं ने पहले ही चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी। विधानसभा चुनाव को लेकर अनुकृति पहले ही पूरे आत्मविश्वास के साथ कह चुकी थीं कि उन्हें चुनाव लड़ना है, देखो कौन सी पार्टी टिकट देती है। अनुकृति की घोषणा के बाद पूरा दबाव हरक सिंह पर आ गया। उन्होंने बीजेपी हाईकमान से लैंसडाउन सीट से विधानसभा चुनाव के मैदान में अनुकृति को उतारने की मांग करनी शुरू कर दी थी। हालांकि राजनीति में ज्यादा महत्वाकांक्षा अपने लिया ही नुकसानदायक हो जाती है, वही हरक सिंह के साथ हुआ।
लैंसडाउन से चुनाव लड़ने के मूड में अनुकृति
आपको बता दें कि लैंसडाउन विधानसभा से भले ही अनुकृति का अभी किसी भी पार्टी से टिकट पक्का नहीं हुआ हो लेकिन वो यहां से चुनाव लड़ने के लिए अभी से महनत कर रही हैं। एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान अनुकृति ने कहा कि आज उत्तराखंड को किसी चीज की सबसे ज्यादा जरूरत है तो वह है महिला नेतृत्व। महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। उत्तराखंड की बहनों को आत्मनिर्भर बनाने की हर तरह से कोशिश कर रही हूं। अनुकृति ने कहा कि अबकी बार लैंसडाउन की जनता ने मन बना लिया है कि वह अपनी बेटी का समर्थन करेगी।