अखिलेश यादव ने रैलियां तो जोरदार की, लेकिन योगी आदित्यनाथ ने इन पांच चालों से निकाल दी अखिलेश की साइकिल की हवा!

क्यों चूके अखिलेश? अखिलेश यादव ने रैलियां तो जोरदार की, लेकिन योगी आदित्यनाथ ने इन पांच चालों से निकाल दी अखिलेश की साइकिल की हवा!

Bhaskar Hindi
Update: 2022-03-10 10:04 GMT
अखिलेश यादव ने रैलियां तो जोरदार की, लेकिन योगी आदित्यनाथ ने इन पांच चालों से निकाल दी अखिलेश की साइकिल की हवा!

डिजिटल डेस्क,भोपाल।  उत्तरप्रदेश विधान सभा चुनाव के नतीजे साफ हो चुके हैं।  इस चुनाव में जिस राज्य के नतीजों पर पूरे देश की सबसे ज्यादा नजर बनी हुई थी उत्तरप्रदेश सबसे प्रमुख है। यहां  बीजेपी सत्ता पर वापसी कर रही है। उत्तर प्रदेश में बीजेपी को समाजवादी पार्टी से सीधे टक्कर मिलने की बात कही जा रही थी। अखिलेश यादव दावा कर रहे थे कि बीजेपी सरकार पर वापसी नहीं करेगी और सपा सरकार बनाने में कामयाब होगी। लेकिन फिर भी समाजवादी पार्टी यहां योगी के सामने बौनी ही नजर आ रही है। हालांकि सपा ने यहां दूसरी सबसे बड़ी पार्टी  के रूप में सामने आई है।

प्रदेश में बीजेपी 5 सालों से सरकार चला रही है सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर,रोजगार, और कई मुद्दों पर लोगों से विरोध देखने को मिला तो लेकिन फिर भी बीजेपी ने जोरदार तरीके वापसी की है। अखिलेश यादव बाजेपी को टक्कर देते दिखाई तो दे रहे थे लेकिन कई मुद्दों पर बीजेपी ने प्रदेश में कई ऐसे काम किये जिससे अखिलेश यादव बीजेपी को जीत हासिल करने से रोक नहीं पाए। इसके पीछे कई कारण दिखाई दे  रहे है। 

कानून व्यवस्था
बीजेपी सरकार में अपने कामों में सबसे ज्यादा जोर यहां कि कानून व्यवस्था के सुधार पर दिया। योगी की सरकार ने  कई ऐसे निर्णय लिया जिसने लोगों को अकर्षित करने का काम किया है। 2017 के पहले कई छोटे- छोटे दंगे हुए थे  जिसके रोकने में योगी कामयाब हुए। जिसका इस चुनाव में जोरदार तरीके से प्रचार भी किया गया। प्रदेश के कई ने बड़े आपराधिक रिकार्ड वाले लोगों को जेल  में डालने का काम किया गया। लोगों के मन में विश्वास जगा  कि सरकार अपराध के खिलाफ तुरंत काम करती है। जिसका फायदा बीजेपी को मिला है। 

महिला सुरक्षा 
बीजेपी की योगी सरकार ने महिला सुरक्षा को लेकर भी काम किया। एंटी रोमियो स्क्वाड को लेकर विपक्षी पार्टियों ने योगी पर निशाना तो साधा लेकिन यहां कि महिलाएं सरकार के इस निर्णय से खुश दिखाई दे रहीं थी। बीजेपी ने महिला सुरक्षा को मुद्दा बनाया और समाजवादी पार्टी के शासनकाल से तुलना की और अपनी सरकार  के समय से की। बीजेपी ने रैलियों में लगातार पिछली सपा सरकार  को महिला सुरक्षा के नाम पर घेरने का काम किया। योगी सरकार महिलाओं को विश्वास दिलाने में सफल रहीं हैं। 

राम मंदिर, काशी कॉरिडोर 
 राम मंदिर निर्माण आंदोलन को लेकर चली बीजेपी ने पूरी प्रदेश की जनता का ध्यान आकर्षित किया। बीजेपी सरकार में ही भव्य मंदिर निर्माण कार्य जारी है। बीजेपी सरकार बनने के बाद अयोध्या में भव्य रूप से दीपावली उत्सव मनाया गया। इस उत्सव का जिक्र प्रदेश ही नहीं पूरे देश में भी हुआ। सरकार के इस कदम को भी काफी सराहा गया। इसके साथ ही बनारस काशी विश्वनाथ कॉरीडोर, कुशीनगर एयरपोर्ट और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की चर्चा जोरों पर रहीं। बीजेपी ने इन सभी कार्यों को भी जोर- शोर से लोगों के बीच लाया।   

 योगी बने बीजेपी के ब्रांड

देश के प्रधानमंत्री मोदी के तरह ही योगी भी इस चुनाव में एक ऐसे नेता के रूप में ऊभरे है जिनके चेहरे को आगे रखकर बीजेपी ने वोट मांगने का काम किया। बीजेपी ने  इस चुनाव में योगी उपयोगी है, आएंगे तो योगी ही जैसे नारे का साथ लिया। योगी की लोकप्रियता इतनी ज्यादा है कि उनको लोगों ने मोदी के विकल्प के रुप में भी देखा है।
  
मोदी की अधिकतम रैली 

उत्तरप्रदेश में नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने कई रैलियां आयोजित की। बीजेपी यह जानती थी कि मोदी की रैलियों का फायदा उसे मिलेगा। बीजेपी ने यह दिखाने का प्रयास किया कि उत्तरप्रदेश से ही प्रधानमंत्री भी सांसद है। तो यहां डबल इंजन की सरकार का फायदा पूरे प्रदेश को मिलेगा। अभी जो नतीजे सामने आ रहे है उससे तो यही लगता है कि प्रदेश की जनता को भरोसा दिलाने में बीजेपी कामयाब रही। 

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