हरियाणा में नाराज चल रहे कुलदीप बिश्नोई को मनाने में जुटी कांग्रेस
कांग्रेस में कलह जारी हरियाणा में नाराज चल रहे कुलदीप बिश्नोई को मनाने में जुटी कांग्रेस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हरियाणा में कांग्रेस से नाराज चल रहे नेता कुलदीप बिश्नोई को पार्टी मनाने में जुटी है। राज्य में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष पद नहीं मिलने के बाद से बिश्नोई नाराज चल रहे हैं। बिश्नोई ने अपना गुस्सा सार्वजनिक रूप से भी उजागर किया है और कहा है कि वह पार्टी से जवाब मांगेंगे। कुलदीप बिश्नोई के समर्थन में कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला के खुलकर सामने आने के बाद से हरियाणा कांग्रेस में आंतरिक कलह और बढ़ गई है।
उदय भान को पार्टी अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया है जो भूपिन्दर सिंह हुड्डा के समर्थक माने जाते हैं। लेकिन राहुल गांधी के करीबी सुरजेवाला ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि बिश्नोई पार्टी के अच्छे अध्यक्ष हो सकते थे। सुरजेवाला ने कहा था कि पार्टी ने उदय भान को नियुक्त करने का फैसला किया है, मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं लेकिन व्यक्तिगत रूप से मुझे लगता है कि कुलदीप बिश्नोई अच्छे अध्यक्ष हो सकते थे क्योंकि वह सक्षम और प्रतिभाशाली व्यक्ति हैं। पार्टी को बिश्नोई जैसे नेताओं की जरूरत है। मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस नेतृत्व उनसे बात करेगा। उन्हें कुछ और जिम्मेदारी दी जाएगी।
बिश्नोई ने पिछले हफ्ते ट्वीट किया था, दोस्तों, मैं सोशल मीडिया पर आपकी टिप्पणियों को पढ़ रहा हूं। मैं आपका अपार प्यार पाकर बेहद भावुक हूं, और आप सभी की तरह मैं भी उतना ही गुस्से में हूं। लेकिन मैं आप सभी से प्रार्थना करता हूं कि जब तक मैं राहुल गांधी से मिल ना लूं, हमें कोई कदम नहीं उठाना चाहिए। अगर आप मुझसे प्यार करते हैं, तो कृपया धैर्य रखें।
वह हरियाणा में अध्यक्ष पद के लिए शीर्ष दावेदारों में से एक थे और उन्हें राज्य पार्टी अध्यक्ष या विपक्ष के नेता का पद मिलने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन हुड्डा ने खेल बिगाड़ दिया। बिश्नोई ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से भी मुलाकात की थी, लेकिन अध्यक्ष पद हुड्डा खेमे के पास चला गया। यह फैसला कांग्रेस नेतृत्व और भूपिंदर सिंह हुड्डा के बीच लंबी बातचीत के बाद आया।
अब कांग्रेस विधायक दल और प्रदेश पार्टी अध्यक्ष पद दोनों हुड्डा के खेमे में हैं। निवर्तमान राज्य पार्टी अध्यक्ष कुमारी शैलजा की तरह उदय भान भी अनुसूचित जाति से हैं, लेकिन पार्टी ने विभिन्न समुदायों, विशेष रूप से जाटों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश की है। पूर्व सांसद श्रुति चौधरी, जो जाट समुदाय से हैं, को राज्य इकाई का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। दूसरे कार्यकारी अध्यक्ष हैं। राम किशन गुर्जर, सुरेश गुप्ता और जितेंद्र कुमार भारद्वाज। कांग्रेस पार्टी में आंतरिक चुनाव से पहले अपना घर ठीक करना चाहती है।
(आईएएनएस)