डिजिटल डेस्क, नर्मदापुरम। मध्यप्रदेश की सियासत में नगरीय निकाय चुनाव की हलचल अब खत्म हो चुकी है। नगरीय निकाय चुनाव की सभी सीटों पर नतीजे आ चुके हैं। बीजेपी ने इस बार भी बेहतर प्रदर्शन कर अपना परचम लहराया। वहीं नगरीय निकाय चुनाव में नर्मदापुरम् की कोठी बाजार का वार्ड नं 8 काफी सुर्खियों में रहा। इस सीट पर कांग्रेस 15 साल से कब्जा जमाए बैठी थी।
इस अभेद्य किला को तोड़ने के लिए बीजेपी ने पूर्व पार्षद जीतू तिवारी की पत्नी रिचा तिवारी पर भरोसा जताया था और यहां से बीजेपी पार्षद प्रत्याशी घोषित किया था। इस सीट को लेकर नामांकन से चुनावी नतीजे आने तक काफी चर्चाएं होती रही। हालांकि, बीजेपी पार्षद प्रत्याशी रिचा जीतू तिवारी ने कांग्रेस के इस किले को ढहा कर ऐताहासिक जीत दर्ज की। वार्ड नं 8 से नवनिर्वाचित पार्षद रिचा जीतू तिवारी ने पार्टी का भरोसा कायम रखा और कांग्रेस को बड़े अंतर से मात देकर अपना परचम लहराया।
पूर्व पार्षद जीतू तिवारी ने जीत का बिछाया था बिसात
नवनिर्वाचित पार्षद रिचा जीतू तिवारी के पति पूर्व पार्षद जीतू तिवारी ने चुनाव जीतने के लिए सारी तैयारियां दो साल पहले से ही शुरू कर दी थी। क्योंकि उन्हें पता था कि कांग्रेस का अभेद्य किला भेदने के लिए एक रणनीति के साथ मैदान में उतरना होगा, कुछ ऐसा ही काम उन्होंने किया। वह बूथ से लेकर चुनाव मैदान तक प्रबंधन और प्रचार की ऐसी सधी हुई बिसात बिछाए कि मंझे से मंझे राजनीतिक खिलाड़ी भी मात खा गए और पत्नी रिचा तिवारी को भारी मतों से विजयी बनाने में कामयाब रहे।
जीतू तिवारी ने बताया कि कांग्रेस इस वार्ड में काफी मजबूत थी लेकिन 15 सालों से जनता के उम्मीदों पर खरा नहीं उतरी। जनता की समस्याओं पर ध्यान न देना व उसकी उपेक्षा करना कांग्रेस को ले डूबी। वैसे जीतू तिवारी राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं। कांग्रेस उनके राजनीतिक चंगुल में फंस गई और अपनी किला नहीं बचा पाई।
कोविड महामारी के दौरान जनता के साथ खड़े रहे
गौरतलब है कि वार्ड नं-12 से बतौर पार्षद जीतू तिवारी ने जनता की सेवा व विकास के साथ-साथ वार्ड नं-8 की जनता का भी सेवा की और उनकी हर जरूरतों को पूरा करने में पीछे नहीं हटे। जनता के बीच जीतू तिवारी हमेशा बने रहते थे। यही वजह कि एक बार फिर से जनता ने पूर्व पार्षद पत्नी रिचा तिवारी पर भरोसा जताया और वार्ड नं-8 से पार्षद चुना है।
लगातार दो वर्षों से जीतू ने वार्ड नंबर 8 में जनता की सेवा की और कोविड की महामारी में उनके लिए हर जरूरी चीज उपलब्ध कराई। कोविड महामारी में जीतू ने गरीबों की काफी मदद की। स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं पर उनका वार्ड की जनता पर विशेष ध्यान रहा। जिसका नतीजा उन्हें इस बार वार्ड में नगर पालिका चुनाव में मिला है।
जीतू तिवारी ने वार्ड में चुनाव पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बड़ी ही सोची समझी रणनीति के साथ लड़ा। इसी कारण जीतू तिवारी की हर रणनीति वार्ड में कामयाब रही। वार्ड नं 8 में 15 सालों का कांग्रेस का किला ढहाकर जीतने वाली रिचा जीतू तिवारी के साथ उनके देवर भाजपा नगर महामंत्री अनुराग तिवारी गोलू ने भी चुनाव प्रचार में खूब पसीने बहाए। जीतू के साथ अनुराग लगातार वार्ड में मतदाताओं के संपर्क में रहे जिसका सीधा फायदा भाजपा को मिला।
वार्ड-12 में भी बीजेपी का जलवा रहा कायम
पूर्व पार्षद जीतू तिवारी वार्ड-12 से भाजपा उम्मीदवार रहीं पूजा मालवीय को भी जिताने में कामयाब रहे। इसी वार्ड-12 से जीतू तिवारी पार्षद रह चुके हैं। वार्ड नं 8 से जीतू की पत्नी रिचा तिवारी ने तो चुनाव जीता ही साथ ही जीतू तिवारी ने अपने गृह वार्ड से भी भाजपा प्रत्याशी को विजय दिलवाई। वार्ड नं 12 में जीतू तिवारी के कार्यकाल में किए गए विकास कार्यों को देखते जनता ने एकबार फिर बीजेपी उम्मीदवार पूजा मालवीय को वोट किया और इस सीट पर जीत दर्ज कीं।