सिंधिया दिग्विजय की गद्दारी बयानों के बीच में कूदी बीजेपी, पूर्व सीएम के पूर्वजों पर लगाया आरोप
मध्यप्रदेश की राजनीति में 'गद्दार' सिंधिया दिग्विजय की गद्दारी बयानों के बीच में कूदी बीजेपी, पूर्व सीएम के पूर्वजों पर लगाया आरोप
- अब तक कांग्रेस की गद्दारी में बीजेपी का आरोप
डिजिटल डेस्क,भोपाल। मध्यप्रदेश की राजनीति में "गद्दार कौन" खूब बवाल मचा रचा है। अब तक चुनावी शोरों में सिंधिया परिवार को अंग्रेजो से मिलीभगत होने और झांसी रानी लक्ष्मीबाई के प्रति साजिश करने का आरोप लगता रहा था। और आरोपों का यह पलटवार कांग्रेस बीजेपी में होता आया है। लेकिन जब से ज्योतिरादित्य सिंधिया भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए है तब से कांग्रेस के नेता उन पर उनके पूर्वजों पर गद्दारी का आरोप लगाते रहे है। इसी कड़ी में हाल ही में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सिंधिया परिवार पर आरोप लगाया है। दिग्विजय सिंह के इस आरोप का जवाब बीजेपी ने दिया है। बीजेपी ने अपने नेता का बचाव करते हुए पूर्व सीएम पर यह आरोप लगाया है। बीजेपी ने दिग्विजय सिंह के पूर्वज राघौगढ़ राजा बलभद्रसिंह पर हमला किया है। सोमवार को सोशल मीडिया पर एक प्रमाण जारी करते हुए दिग्विजय सिंह के पूर्वजों के अंग्रेजो के प्रति प्रेम होने का आरोप लगाया है।
दरअसल मध्य प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता ने दिग्विजय सिंह द्वारा सिंधिया और उनके परिवार को गद्दार कहे जाने पर पलटवार किया है। बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने दिग्विजय सिंह से सवाल किया है कि जब पूरा देश आजादी की लडाई लड रहा था तो उनके पिता स्व. बलभद्र की क्या रोल था। क्या उन्होंने अंग्रेजों के प्रति समर्पण एवं देश के साथ गद्दारी के बदले विशेष सेवाओं और सुविधाओं की मांग नहीं की थी? चतुर्वेदी ने कहा कि स्व. बलभद्र ने पत्र में लिखा था कि मेरे पूर्वजों ने 1779 में ब्रिटिश सरकार को भरपूर सेवाएं प्रदान की है और अब मैं आपको अपनी वफादारियों से अपनी सेवाएं प्रदान करना अपना धर्म समझता हूं।
चतुर्वेदी ने कहा कि दिग्विजय सिंह के पिता बलभद्र द्वारा लिखा गया यह पत्र दिग्विजय के मुख्यमंत्री में ही 2002 में भोपाल में पुरातत्व विभाग द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी में लगाया गया था।
उन्होंने राघौगढ़ के राजा बलभद्र सिंह का 16 सितंबर 1939 का बलभद्र सिंह का एक पत्र जारी किया है। इसमें बलभद्र सिंह ने अंग्रेजों के प्रति अपने परिवार के समर्पण और देश के साथ गद्दारी के बदले विशेष सुविधाओं की मांग की थी। भाजपा प्रवक्ताओं ने कहा है कि दिग्विजय सिंह को असत्य, अनर्गल और आधारहीन आरोप लगाने अधिकार नहीं है।