बिहार पुलिस आरआरबी अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करे
शिवानंद तिवारी बिहार पुलिस आरआरबी अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करे
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में छात्रों के चल रहे आंदोलन के बीच राष्ट्रीय जनता दल के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने रेलवे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। तिवारी ने आईएएनएस को बताया, आरआरबी के अधिकारी गड़बड़ी पैदा करने के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने परीक्षा के पैटर्न को बदल दिया है, जिससे छात्र नाराज हैं। वे सरकार और सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान के लिए जिम्मेदार हैं। इसलिए, बिहार पुलिस को रेलवे के अधिकारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए।
रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) ने 2019 में रेलवे और एनटीपीसी में विभिन्न पदों पर 35000 नौकरियों के लिए अधिसूचना जारी की और उनके लिए एक परीक्षा भी आयोजित की। कई छात्र परीक्षा पास कर चुके हैं और पोस्टिंग का इंतजार कर रहे हैं। फिर आरआरबी ने पिछले हफ्ते एक और परीक्षा के लिए एक नई अधिसूचना जारी की और यह भी कहा कि छात्रों को भविष्य में दो परीक्षाएं प्रारंभिक और मुख्य पास करनी होंगी।
तिवारी ने कहा, जब बिहार के विभिन्न कोचिंग सेंटरों के शिक्षकों ने बताया कि अंतिम समय में इस तरह की प्रथा से बिहार में छात्रों में आक्रोश पैदा हो सकता है, तो आरआरबी ने न केवल इसे नजरअंदाज किया, बल्कि छात्रों और नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों को भड़काने के लिए उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की। अब, यह नियंत्रण से बाहर हो गया है और पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में भी फैल रहा है।
तिवारी ने पूछा, पुलिस ने आंदोलनकारी छात्रों को बेरहमी से पीटा है। उन्होंने छात्रों को हॉस्टल, लॉज और किराए के आवास से खींच लिया है और बिहार और उत्तर प्रदेश के प्रयागराज और मुगलसराय में कई जगहों पर उनकी पिटाई की है। छात्रों ने क्या गलत किया है?
इसके अलावा, उन्होंने एक बयान भी दिया है कि जो छात्र आंदोलन में शामिल हैं और रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचा है, वे भविष्य में रेलवे में नौकरी के लिए पात्र नहीं होंगे। इस तरह के बयान केवल आंदोलन को तेज करेंगे। तिवारी ने कहा, नरेंद्र मोदी सरकार आंदोलन की गर्मी महसूस कर रही है। यदि यह उत्तर प्रदेश में और फैलती है, तो यह भाजपा के अभियान को गहराई से प्रभावित करेगी। इसलिए, केंद्रीय रेल मंत्री ने छात्रों के मुद्दों को पढ़ने के लिए एक राजनीतिक निर्णय लिया है और पिछले पैटर्न पर परीक्षा के लिए प्रावधान करें।
(आईएएनएस)