मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने खेला बड़ा दांव, अब पार्टी राज्य और जिला स्तर पर अलग-अलग घोषणापत्र करेगी जारी
कांग्रेस की चुनावी रणनीति मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने खेला बड़ा दांव, अब पार्टी राज्य और जिला स्तर पर अलग-अलग घोषणापत्र करेगी जारी
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने एक और बड़ा दांव खेला है। पार्टी अब राज्य स्तरीय घोषणाओं के अलावा जिला स्तरीय घोषणापत्र भी जारी करेगी। कांग्रेस चुनाव से पहले प्लान ए और प्लान बी दोनों पर काम करने की तैयारी में है। यानी पार्टी अब राज्य स्तर और जिला स्तर पर अपनी घोषणा जारी करेगी। कांग्रेस का मनना है कि इससे स्थानीय मुद्दों का भी हल किया जाएगा।
पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक तरुण भनोट ने कमलनाथ की अध्यक्षता में पार्टी की घोषणा पत्र मसौदा समिति की बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि पार्टी स्थानीय मुद्दों को हल करने के लिए एक अलग 'वचन पत्र' जारी करेगी। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी सत्ता में आती है तो राज्य स्तरीय घोषणापत्र पूरा करने के अलावा जिला स्तरीय घोषणापत्र को भी पूरा करेगी। इन घोषणा में पूर्व सीएम कमलनाथ जी की ओर की गई विभिन्न घोषणाएं शामिल है। इनमें 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध कराना, महिलाओं को हर महीने 1500 की वित्तीय सहायता दने के अलावा राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) भी लागू होगी।
कांग्रेस का घोषणा पत्र
कांग्रेस नेता कमलनाथ की अध्यक्षता में हुई पार्टी की घोषणा पत्र मसौदा समिति की यहां हुई बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। यह बैठक करीब आठ घंटे चली। इसमें सिलेंडर से जुड़ी घोषणाएं, महिलाओं की आर्थिक और ओपीएस को लागू करना राज्य स्तरीय 'वचन पत्र' का हिस्सा होगा। साथ ही कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनाव में किए गए घोषणापत्र के मुद्दे भी शामिल किए हैं। इसमें कृषि कर्ज माफी और रियायती बिजली बिल भी शामिल है। पार्टी स्थानीय मुद्दों को हल करने के लिए जिला स्तरीय घोषणापत्र जल्द जारी करेगी।
कांग्रेस नेता भनोट ने कहा कि पार्टी लोक कल्याणकारी योजनाओं के अलावा साथ के सभी वर्गों से जुड़ी समस्याओं को भी चुनावी वादे में शामिल करेगी। साथ ही उन्होंने दावा करते हुए कहा कि इस साल पार्टी का वचन पत्र आगामी चुनाव में कांग्रेस के लिए 'गेम चेंजर' साबित होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी एक बार फिर बैठक करके वचन पत्र को अंतिम रूप देने का काम करेगी।