लोक सभा में बोले अमित शाह, हापुड़ में नहीं था ओवैसी का कोई कार्यक्रम, प्रशासन को भी नहीं थी रूट की जानकारी
ओवैसी के काफिले पर गोलीकांड लोक सभा में बोले अमित शाह, हापुड़ में नहीं था ओवैसी का कोई कार्यक्रम, प्रशासन को भी नहीं थी रूट की जानकारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पर उत्तर प्रदेश में हुए हमले पर लोक सभा में बयान देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हापुड़ में उनका कोई कार्यक्रम नहीं था और न ही उनके इस रूट से आवागमन की कोई जानकारी जिला प्रशासन को दी गई थी। उन्होंने बताया कि ओवैसी को पहले भी सुरक्षा देने की कोशिश की गई थी लेकिन उनके द्वारा सुरक्षा लेने से मना कर देने के कारण दिल्ली पुलिस और तेलंगाना पुलिस उन्हें सुरक्षा कवर नहीं दे पा रही है।
शाह ने लोक सभा के माध्यम से ओवैसी से आग्रह किया कि वो इस बार केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही जेड श्रेणी की सुरक्षा को स्वीकार कर लें। अमित शाह ने हमले के बाद ओवैसी की सुरक्षा को ध्यान में रखते उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा देने के सरकार के फैसले की जानकारी देते हुए लोक सभा को बताया कि उन्होंने ( असदुद्दीन ओवैसी ) मौखिक रूप से सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया है। शाह ने एआईएमआईएम मुखिया असदुद्दीन ओवैसी से आग्रह किया कि वह सरकार द्वारा दी जा रही सुरक्षा को स्वीकार कर ले।
ओवैसी पर हुए हमले और उस पर की गई त्वरित कार्रवाई के बारे में विस्तार से लोक सभा में बोलते हुए शाह ने कहा कि 3 फरवरी 2022 को जब ओवैसी मेरठ से जनसंपर्क कार्यक्रम करने के बाद लौट रहे थे तो शाम को लगभग 5.20 बजे 2 अज्ञात व्यक्तियों ने उनकी गाड़ी पर गोली चलाई। इस घटना में ओवैसी बच गए लेकिन उनके वाहन के निचले भाग में 3 गोलियों के निशान दिखाई दिए। शाह ने बताया कि 3 गवाहों ने भी इसे देखा। पुलिस के आलाधिकारियों ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर मुआयना किया और इस हमले को लेकर हापुड़ जिले के पिलखुआ थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
शाह ने आगे बताया कि इस हमले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से 2 अनधिकृत पिस्तौल और एक ऑल्टो कार बरामद की गई है। फॉरेंसिक टीम कार और घटनास्थल की सूक्ष्म जांच कर रही है और सबूत जुटा रही है। उत्तर प्रदेश पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ भी कर रही है।
उन्होंने बताया कि ओवैसी पर खतरे की संभावना को देखते हुए पहले भी केंद्र सरकार द्वारा पुलिस को उन्हें सुरक्षा देने के निर्देश जारी किए गए थे लेकिन उनके द्वारा अनिच्छा जाहिर करने की वजह से दिल्ली पुलिस और तेलंगाना पुलिस उन्हें सुरक्षा प्रदान करने की अपनी कोशिश में कामयाब नहीं हो पाई। उनके सुरक्षा खतरे के फिर से मूल्यांकन के बाद उन्हें बुलेट प्रूफ कार और सीआरपीएफ सुरक्षाकर्मियों सहित जेड श्रेणी सुरक्षा देने का निर्णय किया गया है लेकिन उन्होंने मौखिक रूप से सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया है। उन्होंने सदन के माध्यम से ओवैसी से सुरक्षा ले लेने का भी आग्रह किया।
(आईएएनएस)