देश के 2 लाख गांवों में तिरंगा फहरा कर संगठन को मजबूत करेगा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद
अभाविप देश के 2 लाख गांवों में तिरंगा फहरा कर संगठन को मजबूत करेगा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद
- वृक्ष मित्र बनाने की प्रक्रिया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा से जुड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने देश भर में अपने संगठन को और ज्यादा मजबूत करने को लेकर एक खास रणनीति बनाई है। इस वर्ष स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने के खास अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद-अभाविप के कार्यकर्ता देश के 2 लाख गांवों में जाकर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराएंगे। पिछले वर्ष, आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत अभाविप के कार्यकर्ताओं ने स्वतंत्रता दिवस पर देश के 1 लाख गावों में ध्वजारोहण किया था। इसके साथ ही अभाविप के आयाम विकासार्थ विद्यार्थी-स्टूडेंट्स फॉर डेवलपमेंट के माध्यम से 1 करोड़ पौधारोपण करने की भी योजना बनाई है और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए वृक्ष मित्र बनाने की प्रक्रिया यह छात्र संगठन 5 जून से आरम्भ करने जा रहा है।
संगठन को मजबूत बनाने की कवायद के तहत अभाविप सितंबर माह में सेल्फी विद कैंपस यूनिट अभियान भी आरम्भ करने जा रहा है। अभाविप के मुखपत्र , छात्रशक्ति के पंजीकरण को भी बढ़ाकर 1 लाख करने का लक्ष्य रखा गया है। संगठन ने देश भर के रक्तदान दाताओं की एक सूची बनाने का भी फैसला किया है।
हाल ही में शिमला में हुई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि, राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की यह बैठक हमारे लिए अत्यंत महžवपूर्ण रही। हमारा सौभाग्य था कि यह बैठक शिमला के प्राकृतिक एवं शांतिपूर्ण वातावरण में पूर्ण हुई। इस बैठक में पारित हुए प्रस्तावों एवं लिए गए निर्णयों के क्रियान्वयन में विद्यार्थी परिषद के सभी कार्यकर्ता लगेंगे। देश भर से आये प्रतिनिधि अपने साथ एक इस बैठक से बहुत कुछ लेकर गए हैं जो कि देश भर के शिक्षण-संस्थानों में छात्र सक्रियता को नई दिशा देगा।
आपको बता दें कि, अभाविप अगले वर्ष अपने 75वें वर्ष में प्रवेश करने जा रहा है इसलिए संगठन को और ज्यादा मजबूत करने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है। शिमला में हुई बैठक में राज्य सरकारों के राज्य विश्वविद्यालयों में बढ़ते हस्तक्षेप एव शिक्षण संस्थानों की स्वायत्ता कम करने, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के शीघ्र क्रियान्वयन एवं देश भर में इसे लागू करने और स्वावलंबी भारत सहित चार अहम प्रस्ताव भी पारित किए गए थे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अपनी अगली कार्यसमिति की बैठक 6-7 अगस्त को ओडिशा में और राष्ट्रीय अधिवेशन 24-27 नवंबर को जयपुर में करने का फैसला भी किया है।
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