महाराष्ट्र, बिहार के बाद झारखंड में सियासी हलचल तेज, जानें बीजेपी सांसद के ट्वीट के मायने?
झारखंड में सियासी संकट! महाराष्ट्र, बिहार के बाद झारखंड में सियासी हलचल तेज, जानें बीजेपी सांसद के ट्वीट के मायने?
डिजिटल डेस्क, रांची। महाराष्ट्र के बाद बिहार और अब झारखंड को लेकर सियासत में हलचल मच गई है। विगत कुछ दिनों से झारखंड में सियासी पारा बढ़ता ही जा रहा है। इसी बीच बीजेपी सांसद के एक ट्वीट ने राजनीति में गर्मी बढ़ा दी है। जिससे सियासी गलियारों में लोग तरह-तरह की अटकलें लगाना शुरू कर दिए हैं। बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे ने एक लाइन में ट्वीट किया कि जोहार, जय श्री राम आखिर झारखंड में हो गया काम?
उनके इस ट्वीट ने सियासत में सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि इस ट्वीट के क्या मायना है बीजेपी सांसद की तरफ से स्पष्ट नहीं किए फिर भी अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। गौरतलब है कि सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ खनन लीज मामले में चुनाव आयोग का फैसला आना है। ऐसे में बीजेपी सांसद की ट्वीट ने झारखंड सियासत में हलचल बढ़ा दिया है।
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) August 21, 2022
जानें क्या है मामला?
गौरतलब है कि पत्थर खनन आवंटन मामले में सोरेन को अयोग्य घोषित करने की मांग की गई है। अगर, चुनाव आयोग सीएम सोरेन के खिलाफ फैसला सुनाता है तो उन्हें अपनी कुर्सी छोड़नी पड़ेगी और झारखंड में सियासी संकट की समस्या देखने को मिल सकती है। हालांकि, कयास यही लगाए जा रहे हैं कि अगर हेमंत सोरेन व भाई बसंत सोरेन के खिलाफ चुनाव आयोग फैसला सुनाता है तो हेमंत सोरेन अपनी पत्नी को सीएम बना सकते हैं।
झारखंड में हेमंत सोरेन का मामला चल ही रहा है कि बीजेपी सांसद शशिकांत दुबे ने ट्वीट कर राजनीतिक खलबली मचा दी है। ट्विटर यूजर्स लिख रहे हैं कि आखिर क्या बात है? एक यूजर ने मजाकिया लहजे में लिखा कि देख रहा है ना विनोद क्या हो रहा है आजकल झारखंड में? प्रदीप पांडेय नाम के एक यूजर ने पूछा , ""सरकार गिरा दी क्या?"" डॉ. शिवानी सिंह ने लिखा, ""तौबा... तुम्हारे ये इशारे। कुछ लोगों ने बीजेपी पर सरकार गिराने का भी आरोप लगाया है।
महागठबंधन में सियासी गरमी बढ़ी
बताया जा रहा है कि झारखंड में सियासी उठापटक जारी है। बीते शनिवार को महागठबंधन विधायकों की बैठक संपन्न हुई है। वैसे तो बताया गया है कि राज्य में सूखे की स्थिति के फीसबैक के लिए विधायकों की बैठक बुलाई गई थी लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर है कि राज्य के सियासी घटनाक्रम को लेकर बैठक बुलाई गई थी। जानकारी के मुताबिक, किन्ही कारणों से 11 विधायक इस दौरान मौजूद भी नहीं थे। ये बताया गया है कि विधायक झारखंड में ही रूकें।