चार राज्यों में बड़ी जीत के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात में किया चुनावी शंखनाद , जाने क्यों है मोदी के लिए यह चुनाव खास?
यूपी जीता, अब गुजरात की तैयारी चार राज्यों में बड़ी जीत के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात में किया चुनावी शंखनाद , जाने क्यों है मोदी के लिए यह चुनाव खास?
- बीजेपी को लोकसभा चुनाव में नुकसान देखने को मिल सकता है
डिजिटल डेस्क,भोपाल। देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने चार राज्यों में बड़ी जीत के साथ सत्ता पर वापसी की है। इस साल के अंत में गुजरात विधानसभा का चुनाव होना जिसको लेकर बीजेपी ने बिगुल फूंक दिया है। बीजेपी ने चुनावी शंखनाद की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेगा शो के जरिए की है। बताया जा रहा है कि यह रोड शो 9 किलोमीटर लंबा था। प्रधानमंत्री का यह मेगा रोड शो और बीजेपी की तैयारियों को देखकर लग रहा है कि बीजेपी गुजरात चुनाव को लेकर कितनी गंभीर है।
चार राज्यों में बड़ी जीत के बाद बिना किसी देरी के प्रधानमंत्री का गुजरात जाना भी इस चुनाव को लेकर उनकी गंभीरता को दिखाता है। आपको बता दें पीएम मोदी ने गुजरात दौरे की जानकारी खुद ट्वीट करके दी थी। सुबह ट्वीट करते हुए पीएम मोदी ने लिखा था "गुजरात जा रहा हूं। आज और कल कई आयोजनों में शामिल रहूंगा। शाम को 4 बजे पंचायत महासम्मेलन को संबोधित करूंगा।जहां पंचायती राज संस्थानों से जुड़े हुए कई प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे"। जानकारी के मुताबिक इस रैली में लगभग 5 लाख के करीब लोग शामिल हुए।
गुजरात विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिए अहम
चार राज्यों में मिली बड़ी जीत के बाद बिना किसी देरी के प्रधानमंत्री का गुजरात जाना ही इस चुनाव को लेकर उनकी गंभीरता को दिखाता है। प्रधानमंत्री भले ही अभी उत्तरप्रदेश से सांसद है। लेकिन जब पहली बार नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री चेहरे के रूप में बीजेपी ने सामने लाई थी तब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। उस चुनाव में बीजेपी ने गुजरात मॉडल को सामने रखा था और बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की थी। वर्तमान समय में भी भले ही मोदी उत्तरप्रदेश से सांसद है। लेकिन आज भी उनको एक गुजराती को रूप में ही देखा जाता है। इसलिए मोदी खुद ही इस चुनाव की बागडोर संभालते दिखाई दे रहे हैं।
गुजरात विधानसभा का असर लोकसभा पर
गुजरात विधानसभा चुनाव में करीब 9 माह का वक्त है। लेकिन बीजेपी और खासकर पीएम मोदी भी इस चुनाव को हल्के में नहीं ले रहे है, इसके पीछे की खास वजह है साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव। बीजेपी लोकसभा चुनाव के पहले किसी भी तरह से विपक्ष को कोई मौका नहीं देना चाहती है। मोदी यह जानते है कि अगर बीजेपी यहां अगर अच्छा प्रदर्शन नहीं करती है तो विपक्ष इसे गुजरात मॉडल के फैलियर के रूप में प्रस्तुत कर सकता है। जिसका बीजेपी को लोकसभा चुनाव में नुकसान देखने को मिल सकता है।