गुजरात-हिमाचल चुनाव में सरकार बना सके या न बना सके, चंद सीटें जीतकर भी इतिहास रचेगी आप, बदलेगी देश के राष्ट्रीय दलों की गिनती
विधानसभा चुनाव -2022 गुजरात-हिमाचल चुनाव में सरकार बना सके या न बना सके, चंद सीटें जीतकर भी इतिहास रचेगी आप, बदलेगी देश के राष्ट्रीय दलों की गिनती
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इन दिनों देश में गुजरात व हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव पर सभी की नजर है क्योंकि एक तरफ जहां सत्ताधारी पार्टी बीजेपी फिर से सत्ता में वापसी करना चाह रही है तो वहीं उसे कड़ी टक्कर देने के लिए आम आदमी पार्टी सामने खड़ी है। गुजरात में आप बीजेपी की सियासी गणित को भी बिगाड़ती दिख रही है। दिल्ली व पंजाब में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने वाली आप हिमाचल व गुजरात विधानसभा चुनाव में पूरे जोश में दिख रही है और इन दोनों राज्यों में भी अपना परचम लहराने के प्रयास में है। अगर सियासी उलटफेर हुआ आप सरकार बना ले या चंद सीटें ही जीत जाए तो इस बार एक देश की राजनीति में इतिहास रच सकती है।
आप बन सकती है राष्ट्रीय पार्टी
राजनीतिक जानकारों की माने तो आम आदमी पार्टी के पास देश के किसी राज्य विधानसभा चुनाव या फिर लोकसभा चुनाव में पाने के अलावा कुछ खोना नहीं है। आम आदमी पार्टी के हौसले पंजाब में सत्ता पर कब्जा जमाने के बाद से ही बुलंद हैं। पार्टी धीरे-धीरे देश के हर राज्य में अपना विस्तार कर रही है। अगर इस बार होने वाले दोनों राज्यों के चुनाव में पार्टी अच्छा प्रदर्शन करती है तो आप राष्ट्रीय पार्टी बनकर भी उभर सकती है। राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए आप को इन मापदंडों में किसी एक पर खरा उतरना पड़ेगा।
- पार्टी को चार राज्यों में क्षेत्रीय दल की मान्यता प्राप्त हो।
- पार्टी तीन राज्यों को मिलाकर लोकसभा की 2 फीसदी सीटें जीतती हो। यानि कुल मिलाकर पार्टी के पास 11 लोकसभा सीटें हों लेकिन ये सीटें एक राज्य से न होकर किन्हीं तीन राज्यों से होनी चाहिए।
- कोई पार्टी चार लोकसभा सीटों के अलावा विधानसभा चुनाव में चार अलग-अलग राज्यों में 6 फीसदी वोट पाई हो।
राज्यों में क्षेत्रीय दल की मान्यता का प्रावधान
- राज्य में लोकसभा या विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को 8 फीसदी मत मिले हों।
- विधानसभा चुनाव में 6 प्रतिशत वोट व दो सीटें मिली हों, तो उसको भी राज्य निर्वाचन आयोग मान्यता देता है।
- किसी भी राज्य में पार्टी को विधानसभा की तीन सीटें मिल जाएं
इन दलों को मिला है राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा
केंद्रीय चुनाव आयोग ने अभी तक कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी एवं नेशनल पीपुल्स पार्टी को राष्ट्रीय दल की मान्यता दी है। इनमें से अगर किसी भी पार्टी की राष्ट्रीय मान्यता खत्म कर दिया जाए तो वह पूरे देश में एक ही सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ पाएगी। हर राज्य के लिए उसको अलग-अलग सिंबल दिया जाएगा।
आम आदमी पार्टी के पास है मौका
आम आदमी पार्टी को तीन राज्यों में क्षेत्रीय दल की मान्यता प्राप्त हो चुकी है। ऐसे में अगर चौथे राज्य में आप को मान्यता मिलती है तो उसे राष्ट्रीय पार्टी घोषित कर दिया जाएगा। हिमाचल प्रदेश या फिर गुजरात के चुनाव में किसी भी राज्य में अगर पार्टी 6 फीसदी वोट या फिर 2 सीटें जीत लेती है तो उसे राष्ट्रीय पार्टी की मान्यता मिल जाएगी फिर आप के लिए ये बड़ी उपलब्धि होगी।
हालांकि, आप को हर किसी भी राज्य के चुनाव में खोने के लिए कुछ नहीं है सिवाय पाने के। आप पार्टी 10 साल के अंदर दिल्ली में तीन बार व हाल ही में पंजाब में सरकार बना चुकी है। केजरीवाल पार्टी प्रदर्शन से काफी खुश हैं और दोगुनी ताकत के साथ आगामी चुनाव में लड़ते दिख रहे हैं।