राज्यसभा चुनाव: कांग्रेस छोड़ शिवसेना में शामिल होते ही मिलिंद देवड़ा को मिला तोहफा, पार्टी भेज रही है राज्यसभा
- मिलिंद देवड़ा होंगे शिवसेना से राज्यसभा उम्मीदवार
- कल भर सकते हैं नामांकन
- बीजेपी ने अशोक चव्हाण को बनाया उम्मीदवार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। कांग्रेस छोड़ एकनाथ शिंदे की शिवसेना दामने थामने वाले मिलिंद देवड़ा को पार्टी ने राज्यसभा उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। वह कल नामांकन दाखिल कर सकते हैं। हालांकि इससे पहले उनके लोकसभा चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे थे लेकिन पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया है।
राज्य में खाली हैं राज्यसभा की 6 सीटें
गौरतलब है कि इस महीने महाराष्ट्र से राज्यसभा की 6 सीटें खाली हो रही हैं। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन, एमएसएमई मंत्री नारायण राणे, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, कांग्रेस नेता कुमार केतकर, एनसीपी नेता वंदना चव्हाण और शिवसेना (यूबीटी) नेता अनिल देसाई का कार्यकाल खत्म हो रहा है। वहीं बीजेपी ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है। इसके साथ ही मेधा कुलकर्णी और अजीत गोपछड़े को भी पार्टी ने राज्यसभा के लिए भेजने का निर्णय लिया है।
कांग्रेस ने इन्हें बनाया उम्मीदवार
उधर, कांग्रेस ने दलित नेता चंद्रकांत हंगोड़े को उम्मीदवार बनाया है। वहीं शरद पवार गुट की एनसीपी ने और उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। उम्मीद की जा रही है कि दोनों दलों की ओर से आज रात तक उम्मीदवारों की घोषणा हो सकती है।
बता दें कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बीच कांग्रेस को महाराष्ट्र से एक के बाद एक तीन झटके लगे थे। पहले मिलिंद देवड़ा, इसके बाद बाबा सिद्दकी और फिर अशोक चव्हाण ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। वहीं शिवसेना और एनसीपी के दोफाड़ होने के बाद राज्य में यह पहला चुनाव है ऐसे में इसका रिजल्ट काफी दिलचस्प हो सकता है।
बीजेपी से राज्यसभा के उम्मीदवार बनाए जाने पर अशोक चव्हाण ने कहा, ''आज भी बीजेपी की सरकार है। कल भी बीजेपी की ही सरकार रहेगी. मैं अपने राजनीतिक अनुभव का इस्तेमाल करुंगा। नांदेड़ से 2 लोगों को राज्यसभा भेजा जा रहा है, मुझे इस बात की खुशी है। आने वाले दिनों में लोकसभा का भी सांसद बीजेपी से ही होगा। ''बता दें कि 27 फरवरी को राज्यसभा की 56 सीटों के लिए चुनाव होना है। इसके लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 15 फरवरी है।