मनगढ़त आरोप: लालू और नीतीश पर टिप्पणी करने वाले आरजेडी एमएलसी रामबली सिंह चंद्रवंशी की सदस्यता रद्द
- सीएम नीतीश और लालू के खिलाफ टिप्पणी करना पड़ा भारी
- 6 फरवरी को सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने फैसला सुनाया
- जाति आधारित गणना में नीतीश पर लगाया घालमेल का आरोप
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में आरजेडी के विधानपरिषद के सदस्य रामबली सिंह चंद्रवंशी बिहार को सीएम नीतीश कुमार और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के खिलाफ टिप्पणी करने के आरोप में विधान परिषद से अयोग्य घोषित कर दिया गया हैं। इस संबंध में मंगलवार 6 फरवरी को एक पत्र सामने आया है। आरजेडी नेता सुनील कुमार सिंह ने सभापति को पत्र लिखकर रामबली सिंह की सदन से मेंबरशिप रद्द करने की मांगी की थी। इस आरोप पर एक्शन लेते हुए विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने उनकी सदस्यता रद्द करते हुए अपना फैसला सुनाया।
सुनील सिंह ने सदस्यता रद्द करने के लिए विधान परिषद में 2 नवंबर 2023 को आवेदन दिया था। इसके बाद विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने मामले की सुनवाई की। रामबली सिंह चंद्रवंशी ने विधान परिषद अध्यक्ष को 15 दिसंबर को सफाई दी थी। अब 6 फरवरी को सभापति ने फैसला सुनाया है जिससे संबंधित पत्र भी जारी कर दिया गया है।
आपको बता दें रामबली सिंह बिहार विधान परिषद के सदस्य के रूप में राष्ट्रीय जनता दल के विधायकों द्वारा द्विवार्षिक चुनाव में दल के उम्मीदवार के रूप में निर्वाचित हुए। सुनील कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय जनता दल का सदस्य रहते हुए रामबली सिंह ने आरजेडी विधानमंडल दल के नेता पर अनर्गल आरोप लगाए। उन्होंने कहा था कि तेजस्वी यादव भी शराब पीते हैं। उन्होंने जातिशब्द विवादित शब्दों का इस्तेमाल किया था। उन्होंने जाति आधारित गणना के खिलाफ बयान दिया और कहा कि नीतीश सरकार ने जाति आधारित गणना में बड़ी चालाकी से घालमेल किया है। बेबुनियाद आरोपों के साथ जाति सूचक बयान से उनके कृत्य एवं आचरण स्पष्ट होता है।