मणिपुर हिंसा जारी, कुकी समुदाय ने हाइवे किए बंद
- 15 जून तक इंटरनेट बंद
- सरकार को झुकाने की तैयारी
- आदिवासी समुदाय कर रहे ही विरोध
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मणिपुर में राज्य सरकार ने इंटरनेट पर रोक की अवधि 15 जून तक बढ़ा दी है। मणिपुर में जारी हिंसा के ताजा मामलों में तीन लोगों की मौत होने की खबर है। ताजा हिंसा की घटनाओं में एक बुजुर्ग महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि दो लोगों के घायल होने की खबर है। हिंसा की इन खबरों के बाद कुकी समुदाय ने मणिपुर की लाइफलाइन कहे जाने वाले नेशनल हाइवे के कुछ हिस्सों को बंद कर दिया है। चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात है। हिंसा की जांच करने में जुटी पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
कमेटी ऑन ट्राइबल यूनिट ने कांगपोक्पी जिले में नेशनल हाइवे 2 के 13 किलोमीटर लंबे हिस्से को बंद कर दिया है। आदिवासी संगठनों का आरोप है कि सेना की वर्दी में आए बंदूकधारियों ने कांगपोक्पी और इंफाल जिले को जोड़ने वाली सीमा पर कुकी बहुल गांव खोकेन पर हमला किया। इसके बाद से आदिवासी संगठनों ने अनिश्चित कालीन तक आर्थिक नाकाबंदी करने का फैसला लिया है। वहीं कुकी समुदाय ने बयान जारी करते हुए यह भी कहा नाकाबंदी में थोड़ी ढील रहेगी। आवश्यक वस्तुओं और चिकित्सा संबंधी चीजों की आपूर्ति के लिए सुबह 10 से दोपहर के 2 बजे तक केंद्रीय बलों के एस्कॉर्ट के साथ हाइवे पर यातायात जारी रहेगा।
इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मणिपुर में हाइवे पर नाकाबंदी हटाने की अपील की थी, जिससे आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकें। गृहमंत्री की अपील पर सीओटीयू ने 5 जून से 7 दिनों के लिए नाकाबंदी को अस्थायी रूप से निलंबित करने का निर्णय लिया था।
आपको बता दें मणिपुर हिंसा को एक महीने से ज्यादा का समय हो गया है, जिसमें सैकड़ों लोगों की जान चली गई है। जबकि करीब तीन सौ से अधिक लोगों क घायल होने की सूचना है। जबिक चालीस हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।