विवादित बयान: मणिशंकर के 1962 के चीनी हमले को 'कथित' बताने वाले बयान पर हुआ बवाल, भाजपा ने कांग्रेस पार्टी पर साधा निशाना

  • मणिशंकर अय्यर ने दिया विवादित बयान
  • 1962 के चीनी हमले को बताया 'कथित'
  • बीजेपी ने कांग्रेस पर साधा निशाना

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-29 11:15 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर एक बार फिर अपने विवादित बयान की वजह से सवालों से घिर गए हैं। पिछले बयान पर उठे सवालों से वह अभी उभरे ही थे कि उनके एक और विवादित टिप्पणी की वजह से सियासी गलियारे में हंगामा मच गया है। पार्टी ने भी उनके बयान से किनारा कर लिया है। दरअसल, अय्यर का एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान 1962 के युद्ध को लेकर कह दिया कि चीन ने भारत पर 'कथित तौर पर' आक्रमण किया था। हालांकि, उन्होंने अपने इस बयान पर माफी मांग ली है।

विवादित बयान वाला वायरल वीडियो फॉरेन कॉरेस्पोंडेंट्स क्लब में 'नेहरूज फर्स्ट रिक्रूट्स' किताब के विमोचन कार्यक्रम का है। कार्यक्रम में मणिशंकर ने लोगों को एक किस्सा सुनाते हुए कहा, "अक्टूबर 1962 में चीनियों ने कथित तौर पर भारत पर आक्रमण किया था"। इसके बाद अय्यर ने माफी मांगते हुए एक संक्षिप्त बयान में कहा कि आज शाम चीनी आक्रमण से पहले गलती से 'कथित' शब्द का प्रयोग करने के लिए मैं माफी चाहता हूं।

बीजेपी ने साधा निशाना

भारतीय जनता पार्टी ने मणिशंकर के बयान पर कांग्रेस पार्टी की आलोचना की है। बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, "मल्लिकार्जुन खरगे मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान ऐसा बयान दिया गया। भारत गर्व के साथ खड़ा होकर चीन को उसकी जगह दिखा रहा है। मणिशंकर अय्यर का बयान कांग्रेस के भारत विरोधी रुख को दिखाता है।"

अय्यर के बयान पर भाजपा ने लगाया आरोप

मणिशंकर के विवादित बयान पर भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस की आलोचना करते सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, इसमें उन्होंने लिखा, "मणिशंकर अय्यर ने नेहरूज फर्स्ट रिक्रूट्स नामक पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम के दौरान एफसीसी में बोलते हुए 1962 में चीनी आक्रमण को कथित बताया। यह 'रिवीजनिज्म' का एक निर्लज्ज प्रयास है।"

उन्होंने अय्यर आरोप लगाते हुए आगे कहा, "नेहरू ने चीन के पक्ष में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट पर भारत का दावा छोड़ दिया, राहुल गांधी ने एक गुप्त समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, राजीव गांधी फाउंडेशन ने चीनी दूतावास से धन लिया और चीनी कंपनियों के लिए गांधी बाजार पहुंच सिफारिश करते हुए रिपोर्ट प्रकाशित की, उनके आधार पर, सोनिया गांधी की संप्रग ने चीनी सामानों के लिए भारतीय बाजार खोल दिया, जिससे एमएसएमई को नुकसान पहुंचा और अब कांग्रेस नेता अय्यर चीनी आक्रमण पर लीपा-पोती करना चाहते हैं, जिसके बाद से चीन ने 38,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर अवैध कब्जा कर रखा है।"

कांग्रेस ने अय्यर के बयान से किया किनारा

अय्यर पर भाजपा के लगाए गए आरोप पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा की अय्यर ने अपने टिप्पणी के लिए बाद में गलती से कथित आक्रमण शब्द का इस्तेमाल करने के लिए माफी मांगी है, और पार्टी मूल शब्दावली से खुद को अलग करती है। कांग्रेस महासचिव ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मई 2020 में चीन की घुसपैठ के लिए उसे क्लीन चिट दे दिया।

पहले भी हो चुका है मणिशंकर के बयान पर बवाल

यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने विवादित बयान को जन्म दिया हो। बीते 15 अप्रैल को अय्यर ने एक इंटरव्यू में भारत को पाकिस्तान के साथ आतंकवाद को खत्म करने के लिए बात करने को कहा था। उन्होंने आगे यह भी कहा था कि पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार है जो वह भारत के लिए इस्तेमाल कर सकता है और भारत को पाकिस्तान को इज्जत देनी चाहिए। मणिशंकर के इस बयान पर भी काफी बवाल मचाया था। 

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