महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: तारीखों के ऐलान से पहले गरमाई सूबे की सियासत, बीजेपी विधायक के विवादित बयान पर भड़के एआईएमआईएम नेता

  • विधानसभा चुनाव से पहले तेज हुई नेताओं के बीच बयानबाजी
  • नितेश राणे के बयान पर वारिस पठान ने किया पलटवार
  • बीजेपी पर लगाया राज्य में माहौल बिगाड़ने का आरोप

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-21 04:39 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने वाला है। सभी दलों ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बीच सत्ता और विपक्ष के नेताओं के बीच बयानबाजी भी तेज हो गई है। अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले बीजेपी नितेश राणे एक बार फिर ऐसा कुछ कहा है जिससे सूबे की सियासत गरमागई है। उन्होंने शुक्रवार (20 सितंबर) को संगोली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि केवल 24 घंटे के लिए पुलिसकर्मियों को छुट्टी दे दी जाए। इसके बाद हम अपनी ताकत दिखा देंगे। राणे के इस बयान पर एआईएमआईएम के नेता वारिस पठान ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि ये लोग (बीजेपी नेता) हर रोज गलत बयानबाजी करते हैं। इनका मकसद चुनाव से पहले राज्य का माहौल खराब करना है।

'आएगा दो टांगों पर, लेकिन वापस....'

वारिस पठान ने नितेश राणे के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, "राणे ने पहले कहा था कि हम मुसलमानों को मस्जिद में घुस-घुस कर मारेंगे। मैं कहता हूं कि मस्जिद में आएगा दो टांगों पर, लेकिन वापस स्ट्रेचर पर जाएगा।" उन्होंने आगे कहा, "नितेश राणे कह रहे हैं कि 24 घंटे के अंदर पुलिस को छुट्टी दे दो, इसके बाद हम अपनी ताकत तुम्हे दिखा देंगे। अगर यही बात वारिस पठान ने कही होती, तो आज मुझे ये लोग जेल में डाल देते।"

'राज्य में दंगा-फसाद पैदा करना चाहती है बीजेपी'

वारिस पठान ने पुलिस पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि "सुप्रीम कोर्ट के हिसाब से यह विवादित बयान है, लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. मैं जानना चाहता हूं कि आखिर पुलिस अब तक खामोश क्यों है? पुलिस क्यों कुछ कार्रवाई नहीं कर रही है? आखिर पुलिस को क्या हो गया है? इससे पता चलता है कि बीजेपी राज्य में दंगा-फसाद पैदा करना चाहती है। वह चाहती है कि कैसे भी करके राज्य में तनाव का माहौल पैदा किया जाए, ताकि लोगों का ध्यान असल मुद्दों से भटक जाए।"

उन्होंने कहा कि "इन लोगों को पता है कि इन्होंने विकास के नाम पर कुछ भी नहीं किया है, इसलिए यह लोग राज्य में सियासी माहौल खराब करने के लिए इस तरह के विवादित बयान दे रहे हैं। इससे पहले रामगिरी ने हमारे हुजूर को लेकर विवादित बयान दिया था। हमने इस संबंध में एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन अफसोस कार्रवाई नहीं की गई।"

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