महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: महायुति में सीट शेयरिंग पर चल रही रस्साकस्शी खत्म, अमित शाह के घर 4 घंटे तक चली बैठक में 48 सीटों पर सुलझा पेंच
- महाराष्ट्र चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों में तैयारियां तेज
- महायुति में सीट शेयरिंग को लेकर सुलझा पेंच
- अमित शाह ने 4 घंटे की बैठक में खोजा समाधान
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित होते ही राजनीतिक दलों ने रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। इस बीच सत्ताधारी महायुति गठबंधन में शामिल भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत गुट) के बीच सीट शेयरिंग पर फंसा पेंच सुलझा गया है। दरअसल, दिल्ली में शनिवार रात गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर करीब 4 घंटे तक बैठक चली थी। माना जा रहा है इस बैठक में महायुति में 48 सीटों पर खींचतान और अन्य सीटों पर दावेदारी को लेकर भाजपा, शिवसेना और एनसीपी के बीच रणनीति साफ हो गई है।
महायुति में तय हुआ सीट शेयरिंग फॉर्मूला
राज्य की 288 विधानसभा सीटों पर महायुति के तीन प्रमुख दल भाजपा, शिवसेना, एनसीपी के बीच सहमति बन गई है। गठबंधन में तीनों दलों के बीच एंटी इंकमबेंसी को दूर करने के लिहाज से सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय हुआ है। यानी जिस सीट पर पार्टी की एंटी इंकमबेंसी है, उसे हटाने के लिए घटक दल आपस में सीटों की बदली कर लेंगे। सूत्रों के मुताबिक, इस बार भाजपा 151 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। इसके अलावा शिवसेना 84 और एनसीपी 53 सीटों पर चुनाव लड़ने की संभावना है।
महायुति की बैठक में शिंदे-पवार रहे शामिल
इससे पहले भाजपा, शिवसेना और एनसीपी में 240 सीटों पर मामला सुलझा चुका था। इसका समाधान भाजपा आलाकमान ने ढूंढ निकाला था। सूत्रों के अनुसार, राज्य की जिन 48 सीटों पर सहमति नहीं बन पा रही थी। लेकिन, बीती रात अमित शाह के आवास पर हुई महायुति दल के नेताओं की बैठक में इस मामले को सुलझा लिया गया था। इस बैठक में सीट शेयरिंग का मुद्दा अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के समझ पेश किया गया था। बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री अजित पवार समेत महायुति के कई नेता मौजूद रहे थे।