बजट सत्र: मध्यप्रदेश के डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा थोड़ी देर में विधानसभा में अंतरिम बजट पेश करेंगे
- तीन महीने के लिए होगा अंतरिम बजट
- लोकसभा चुनाव बाद आएगा पूर्ण बजट
- एमपी सरकार केंद्रीय बजट के बाद ही पूर्ण बजट लेकर आएगी
डिजिटल डेस्क, भोपाल। 19 फरवरी तक चलने वाला मध्यप्रदेश विधानसभा का सत्र जारी है। डॉ मोहन यादव सरकार आज 11 बजे के बाद लेखानुदान लेकर आ रही है। लेखानुदान का मतलब होता है अंतरिम बजट। यानि यू कहे कि राज्य सरकार अंतरिम बजट लेकर आ रही है। ये बजट ठीक उसी प्रकार होगी जिस तरह केंद्र सरकार लेकर आई थी। केंद्र सरकार ने आगामी लोकसभा चुनाव के चलते इस बार अंतरिम बजट पेश किया था। लेकिन मध्यप्रदेश में चुनाव न होने के बावजूद भी राज्य सरकार अंतरिम बजट लेकर आ रही है। मध्यप्रदेश के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा 12 फरवरी सोमवार को विधानसभा में सुबह 11 बजे के बाद अंतरिम बजट पेश करेंगे।
ये अंतरिम बजट तीन महीने के लिए होगा। लोकसभा चुनाव के बाद जून-जुलाई में राज्य की सरकार पूर्ण बजट लेकर आएगी। अनुमान लगाया जा रहा हैं कि अंतरिम बजट एक लाख करोड़ रुपए तक का हो सकता है। अंतरिम बजट होने के कारण सरकार इसमें कोई नई घोषणा नहीं करेगी। पुरानी योजनाओं को सही तरीके से चलाने के लिए फंड आवंटित करेगी। ताकि ओल्ड स्कीम पर कोई प्रभाव नहीं पड़े।
केंद्र ने अंतरिम बजट पेश किया है। ऐसे में केंद्रीय योजनाओं को लेकर आगे कितना फंड मिलेगा, यह पूर्ण बजट से ही साफ होगा। केंद्रीय बजट में अभी तीन महीने का फंड मिला है, अंतरिम बजट होने के पीछे की वजह बताई जा रही है कि मध्य प्रदेश सरकार की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है। प्रदेश सरकार को योजनाओं को चलाने के लिए कर्ज लेना पड़ा रहा है। ऐसे में एमपी सरकार केंद्रीय बजट के बाद ही पूर्ण बजट लेकर आएगी।