विधानसभा उपचुनाव: अमरवाड़ा उपचुनाव में बीजेपी की ओर से कमलेश शाह होंगे उम्मीदवार, 18 जून को करेंगे नामांकन दाखिल

  • कांग्रेस से बीजेपी में आए शाह
  • मजबूत प्रत्याशी की तलाश में कांग्रेस
  • पटवारी ने बनाई टीम

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-14 10:35 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस से बीजेपी में आए विधायक कमलेश शाह की वजह से खाली हुई अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने की तारीख का ऐलान हो चुका है। नामांकन तारीखों की घोषणा के पहले ही बीजेपी ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। बीजेपी की ओर से कमलेश शाह चुनावी उम्मीदवार होंगे। जबकि कांग्रेस की ओर प्रत्याशी को लेकर मंथन चल रहा है। मजबूत प्रत्याशी उतारने के लिए  कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने उम्मीदवार चयन को लेकर एक कमेटी बनाई है, कमेटी में पूर्व मंत्री सुखदेव पांसे और पूर्व विधायक सुनील जयसवाल शामिल हैं।

अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित अमरवाड़ा विधानसभा के 2023 चुनाव में कमलेश शाह ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़कर जीता था। तीन बार कांग्रेस पार्टी से चुनाव जीतकर विधायक बने कमलेश शाह अब बीजेपी से अपनी किस्मत आजमाएंगे। कमलनाथ के सबसे करीबियों में शाह को माना जाता था।

उपचुनाव की नामांकन तारीख

आपको बता दें भारत निर्वाचन आयोग ने मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख की घोषणा कर दी। मतदान 10 जुलाई को होगा। चुनाव की तारीख आते ही अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में आचार संहिता लागू कर दी गई। बीजेपी प्रत्याशी कमलेश शाह मंगलवार 18 जून दोपहर 11:00 बजे अमरावाड़ा के रिटर्निंग आफ़िसर कार्यालय में अपना नामांकन दाखिल करेंगे। नामांकन से पहले शाह एक रैली करेंगे। जिसमें बीजेपी के तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे। अमरवाड़ा सीट के लिए नामांकन 14 जून से 21 जून तक दाखिल किए जाएंगे। सभी पार्टियों के उम्मीदवारों के नामांकन पत्र की जांच पड़ताल 24 जून को की जाएगी। बता दें नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 26 जून तय हुई है। 10 जुलाई चुनावी मैदान में उतरें सभी प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद होगी। 13 जुलाई को मतगणना होगी और उपचुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे।

कांग्रेस छोड़ बीजेपी में हुए शामिल

कमलेश शाह बीजेपी में शामिल होने से पहले कांग्रेस के विधायक थे।  कमलेश शाह ने अमरवाड़ा सीट से विधानसभा 2023 का चुनाव कांग्रेस के चुनाव चिह्न पर लड़ा। जिसमें उनको जीत हासिल हुई। वहीं इस साल की बात करें तो शाह ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ही कांग्रेस के हाथ का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया। अब देखना यह है कि क्या इस बार विधानसभा के उपचुनाव में कमलेश बीजेपी की तरफ से जीतेंगे या नहीं। शाह के सामने जीतने की सबसे बड़ी चुनौती होगी।

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