चुनावी खर्च: लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस ने खर्च का ब्यौरा चुनाव आयोग को दिया, पार्टी ने राहुल गांधी को 1.40 करोड़ तो दिग्विजय को 50 लाख दिए
- बड़े और छोटे राज्यों के लिए अलग-अलग सीमा
- चुनाव प्रचार में प्रत्याशी के खर्च की एक सीमा
- विधानसभा चुनावों के लिए 28 लाख रुपये से बढ़ाकर 40 लाख रुपये कर दी थी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस ने कितना खर्च किया, इसकी जानकारी कांग्रेस ने चुनाव आयोग को दी। लोकसभा चुनावों के लिए संशोधित खर्च सीमा बड़े राज्यों के लिए अलग और छोटे राज्यों के लिए अलग अलग है। मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस में पार्टी फंड से सबसे ज्यादा रकम विक्रमादित्य सिंह को (87 लाख रुपए) दी गई। हालांकि, वे हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से बीजेपी कैंडिडेट कंगना रनौत से हार गए. पार्टी की तरफ से चुनाव आयोग को दी गई जानकारी के मुताबिक 70 लाख रुपए पाने वाले दूसरे नेताओं में किशोरी लाल शर्मा भी शामिल हैं, जिन्होंने भाजपा की पूर्व सांसद स्मृति ईरानी को हराया।
कांग्रेस ने ईसी को बताया है कि उसने राहुल गांधी को वायनाड और रायबरेली से चुनाव लड़ने के लिए 70-70 लाख रुपए दिए। गांधी दोनों सीटों से जीत गए थे। राहुल गांधी ने बाद में वायनाड सीट को छोड़ दिया था। रायबरेली की सीट पर कायम है। आम चुनावों में 99 सीटें जीती थीं, जिसमें से दो सीटों से राहुल जीते थे।
आपको बता दें चुनाव प्रचार में प्रत्याशी के खर्च की एक सीमा होती है, लेकिन राजनीतिक दलों के लिए ऐसी कोई सीमा नहीं होती। जनवरी 2022 में चुनाव आयोग की सिफारिश के आधार पर सरकार ने लोकसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के लिए चुनाव खर्च की सीमा 70 लाख रुपये से बढ़ाकर 95 लाख रुपये और विधानसभा चुनावों के लिए 28 लाख रुपये से बढ़ाकर 40 लाख रुपये कर दी थी।
आपको बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव सात चरणों में हुए थे और नतीजे 4 जून को घोषित किए गए थे। कांग्रेस ने पिछले महीने लोकसभा चुनाव और अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, ओडिशा और आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए अपना 'आंशिक चुनाव व्यय विवरण' चुनाव आयोग को सौंपा था। यह विवरण चुनाव लड़ने के लिए पार्टी की तरफ से उम्मीदवारों को दी गई 'एकमुश्त राशि' से संबंधित था।