वाल्मिकी निगम घोटाला: कर्नाटक के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता बी नागेंद्र ईडी की हिरासत में
- पी. चन्द्रशेखरन के निधन के बाद सामने आया मामला
- दो दिनों तक चले तलाशी अभियान के बाद हुई ईडी कार्रवाई
- बीजेपी ने कर्नाटकर की कांग्रेस सरकार पर साधा निशाना
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता बी नागेंद्र को प्रवर्तन निदेशालय ने वाल्मिकी निगम घोटाला मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। ईडी ने ये कार्रवाई दो दिनों तक चले तलाशी अभियान के बाद की है। ईडी की गिरफ्त में आए पूर्व मंत्री नागेंद्र ने मीडिया से कहा मुझे मेरे घर से ले जाया जा रहा है , मुझे नहीं पता कि क्या हो रहा है। कांग्रेस नेता को हिरासत में लेने से पहले ईडी की टीम पूर्व मंत्री के निजी सहायक, हरीश और उनके निजी सचिव, देवेंद्रप्पा से गुरुवार को पूर्व मंत्री नागेंद्र की मौजूदगी में 18 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की । कांग्रेस नेता नागेंद्र को कल देर रात ईडी अधिकारी पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई।
आपको बता दें विगत 21 मई को निगम के लेखा अधीक्षक पी. चन्द्रशेखरन के निधन के बाद ये मामला सामने आया। चन्द्रशेखरन ने एक कथित सुसाइड नोट में कई अधिकारियों पर निगम के खातों से विभिन्न अन्य बैंक खातों में 187 करोड़ रुपये के अवैध धन ट्रांसफर करने के आरोप लगाए गए थे। इस मामले में दो अफसरों को सस्पेंड किया गया। अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री के रूप में कार्यरत नागेंद्र ने 6 जून को अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। कथित तौर पर 88.62 करोड़ रुपये कई आईटी कंपनियों और हैदराबाद स्थित सहकारी बैंक के खातों में अवैध रूप से भेजे गए हैं।
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने मामले की गंभीरता से जांच करने के लिए एसआईटी का गठन किया। मामले से जुड़े 11 व्यक्तियों की अब तक गिरफ्तारी हो चुकी है। सीबीआई भी यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शिकायत के आधार पर मामले की जांच कर रही है। बीजेपी नेताओं ने मामले को लेकर कांग्रेस नेताओं पर निशाना साध रहे हे।