आबकारी घोटाला: सीबीआई का दावा, सिसोदिया ने दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के जरिए अपने हिसाब से मंगवाए ईमेल
आबकारी मामले में सिसोदिया की और भी परेशानी बढ़ी
इसके लिए आबकारी विभाग की एक विशेष ईमेल आईडी बनाई गई, जो इक्साइजडॉटपॉलिसीएटडेल्हीडॉटजीओवीडॉटइन थी। सीबीआई ने आरोपपत्र में कहा है, सिसोदिया ने जनता और हितधारकों से टिप्पणियां मांगने की पूर्वोक्त प्रक्रिया में हेरफेर करने के दुर्भावनापूर्ण इरादे से डीएमसी के अध्यक्ष खान के माध्यम से कुछ ईमेल तैयार कराए जो डीएमसी के इंटर्न द्वारा इक्साइजडॉटपॉलिसीएटडेल्हीडॉटजीओवीडॉटइन पर भेजे गए थे। इनमें सिसोदिया की ईमेल आईडी पर भी एक प्रति भेजी गई थी।
सीबीआई का आरोप है कि सिसोदिया ने खान को हाथ से लिखा एक नोट दिया जिसमें नई आबकारी नीति के संबंध में सुझाव लिखे गए थे। सीबीआई के मुताबिक, सिसोदिया ने खान से आबकारी विभाग के नए बने ईमेल पर कई ईमेल भेजने को कहा। ये सुझाव जोन की नीलामी के माध्यम से खुदरा शराब लाइसेंस के आवंटन, उत्पाद शुल्क और वैट में कमी के साथ-साथ लाइसेंस शुल्क में वृद्धि और शराब की दुकानों की संख्या में वृद्धि के संबंध में थे। आरोपपत्र में कहा गया है, यह साबित करता है कि आरोपी मनीष सिसोदिया आबकारी नीति के निर्माण के लिए पहले से सोचे गए विचारों के साथ काम कर रहा था और उसी के समर्थन में गढ़े हुए जनमत/सुझावों को थोप रहा था।
(आईएएनएस)
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|