लोकसभा चुनाव 2024: गाजीपुर में सपा को चुनावी झटका, अफजाल अंसारी की बढ़ती मुश्किलों के बीच बेटी नुसरत के पर्चे निरस्त
- नुसरत के सपा से चुनाव लड़ने की संभावना समाप्त
- निर्दलीय लड़ सकती है चुनाव
- गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी की बेटी
- 20 मई को तय होगा अफजाल अंसारी का भाग्य
डिजिटल डेस्क, गाजीपुर। उत्तरप्रदेश की चर्चित सीटों में शुमार गाजीपुर संसदीय सीट से समाजवादी पार्टी से पर्चा दाखिल कर रही प्रत्याशी नुसरत अंसारी के दोनों पर्चे खारिज हो गए। गाजीपुर में इसे सपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। आपको बता दें नुसरत अंसारी माफिया मुख्तार अंसारी की भतीजी और गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी की बेटी है। अब नुसरत अंसारी के समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ने की संभावना एक दम समाप्त हो गई है। सपा प्रत्याशी के तौर पर भरे गए नुसरत के दोनों पर्चे निरस्त हो गए हैं। लिहाजा, अब वह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ सकेंगी।
अब सपा प्रत्याशी के तौर पर अफजाल अंसारी इंडिया गठबंधन के आधिकारिक प्रत्याशी होंगे जो चुनाव लड़ेंगे। मिली जानकारी के अनुसार गाजीपुर से सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी ने भी नामांकन किया था। उन्होंने सोमवार को दो सेटों में पर्चा भरा था। अफजाल से पहले उनकी बेटी नुसरत अंसारी ने अपना नामांकन दाखिल किया था। नुसरत ने ये नामांकन डमी कैंडिडेट (सब्स्टीट्यूट प्रत्याशी) के रूप में किया था।
निजी न्यूज चैनल आज तक की खबर के मुताबिक अफजाल ने अपने नामांकन के दौरान कहा था कि मेरे नामांकन में कोई दिक्कत आती है, तो पार्टी चिह्न पर नुसरत चुनाव लड़ सकेगी। हालांकि, एक सेट पर्चा निर्दलीय भी दाखिल किया गया है। सपा ने AB फॉर्म अफजाल अंसारी और नुसरत अंसारी दोनों को दिया था। चुनाव के बीच कभी भी अफजाल अंसारी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। यूपी सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में गैंगस्टर मामले में अफजाल अंसारी की सजा को बढ़ाने के लिए अपील दाखिल की है। उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार की अपील को स्वीकार करते हुए अफजाल की सजा को चुनौती देने वाली अपील के साथ सुनवाई का फैसला लिया है। मामले की अगली सुनवाई 20 मई को होनी है। यदि 20 मई को अंसारी को हाईकोर्ट से राहत मिलती है तभी वो चुनाव लड़ पाएंगे। राहत न मिलने पर अफजाल को चुनाव से हाथ धोना पड़ सकता है। अफजाल अंसारी ने मौजूदा माहौल को देखते हुए अपनी बेटी नुसरत अंसारी को भी डमी उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा था, लेकिन उनका पर्चा भी खारिज हो गया।