UCC पर बंटे आप के सुर, भगवंत मान और संदीप पाठक का अलग-अलग मत, कैसे क्लीयर होगा 'आप' का स्टेंड?
- यह चुनाव के दौरान लोगों को बांटने का बीजेपी का एजेंडा है
- सभी धर्मों और उनकी मान्यताओं का सम्मान किया जाना चाहिए
डिजिटल डेस्क,नईदिल्ली। UCC (यूनिफॉर्म सिविल कोड) यानि समान नागरिक संहिता को लेकर देश भर में चर्चाओं का दौर जारी है। वहीं इस बिल को लेकर आम आदमी पार्टी में असमंजस दिखाई दे रहा है। क्योंकि कुछ ही दिन पहले दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेता संदीप पाठक ने यूसीसी का समर्थन किया था। वहीं मंगलवार को पंजाब के सीएम भगवंत मान ने यूसीसी को लेकर अलग राय जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी सेकुलर पार्टी है और वोट के लिए बंटवारे की रणनीति का समर्थन नहीं करेगी।
चंडीगढ़ में मीडिया से बात करते हुए मान ने कहा कि हमारा देश गुलदस्ते की तरह है,जिसमें सभी रंग के फूल हैं। यहां पर सभी धर्मों और उनकी मान्यातओं का सम्मान किया जाना चाहिए। सीएम भगवंत मान यहीं नहीं रुके उन्होंने बीजेपी पर सवाल उठाते हुए कहा कि इतने संवेदनशील विषय को आखिर यह लोग क्यों छेड़ते रहते हैं। उन्हें संविधान का पालन करना चाहिए, जिसमें यह कहा गया है कि अगर सभी लोग सामाजिक रूप से एक हैं तो यूसीसी लागू हो सकती है। यही नहीं भगवंत मान ने आगे कहा कि यह चुनाव के दौरान लोगों को बांटने का बीजेपी का एजेंडा है।
मान से पहले आप नेता की सहमति
बता दें पंजाब के सीएम भगवंत मान के बयान से पहले आप आदमी पार्टी के नेता संदीप पाठक ने 28 जून को कहा था कि उनकी पार्टी यूसीसी पर सैद्धांतिक रुप से सहमत है। पाठक के बयान के बाद से ही पंजाब में विपक्षी दलों ने सत्ताधारी आम आदमी पार्टी को निशाने पर लेना शुरू कर दिया था। विपक्षी दलों ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया था कि वह लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी की विभाजनकारी एजेंडे को समर्थन देने का आरोप लगाया था। वहीं इस मामले में सीएम भगवंत मान से शिरोमणि अकाली दल ने मांग की थी कि वह आगे आकर सफाई दें।