कुर्सी पर बवाल: आतिशी के फैसले पर जमकर बरसे बसपा नेता, बोले - 'खड़ाऊ रखकर शासन करना संविधान का अपमान'

  • अरविंद केजरीवाल के लिए खाली कुर्सी छोड़ने पर गरमाई सियासत
  • बसपा नेता ने फैसले पर उठाए सवाल
  • बताया संविधान और दिल्ली की जनता का अपमान

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-24 05:06 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने सोमवार (23 सितंबर) को पदभार ग्रहण कर लिया। आतिशी ने जब सीएम की कुर्सी संभाली तो साथ ही एक और कुर्सी रखी थी, जिसे खाली छोड़ दिया गया। इस कुर्सी को आतिशी ने केजरीवाल की कुर्सी बताते हुए कहा कि इसे उनका इंतजार रहेगा। अब आतिशी के इस फैसले पर सियासी बवाल मच गया है। बसपा ने राष्ट्रीय कोअर्डिनेटर आकाश आनंद ने दिल्ली सीएम के इस कदम को दिल्ली की जनता का अपमान बताया है।

उन्होंने कहा कि यह संविधान का उल्लंघन है। बसपा नेता ने मुख्यमंत्री की कुर्सी के पीछे लगी संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर को लेकर भी कहा कि उनकी तस्वीर के सामने आतिशी जिस तरह से खड़ाऊ रखकर शासन करने की बात कर रही हैं वो धोखा है। इससे यह प्रतीत होता है कि वो उनके लिए केजरीवाल संविधान से ऊपर हैं।

'ये दिल्ली की जनता के साथ धोखा'

बसपा नेता ने एक्स पर लिखा, 'बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी की तस्वीर लगाकर अरविंद केजरीवाल का खड़ाऊ रख कर अयोध्या के शासन का सपना देख रही आतिशी सिंह की यह तस्वीर गुमराह करने वाली तथा उनके शब्द संविधान की शपथ का उल्लंघन है। क्योंकि उनकी आस्था अरविंद केजरीवाल जी के प्रति ज़्यादा दिख रही है ना कि, भारत के संविधान के प्रति। इससे पद की गोपनीयता प्रभावित होगी. ये दिल्ली की जनता के साथ धोखा है।'

'भरत की तरह खड़ाऊँ रखकर संभालूंगी शासन'

आतिशी ने सोमवार को सभी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद दिल्ली सीएम की कुर्सी संभाली। अपनी कुर्सी के साथ ही उन्होंने अपने साथ ही एक और खाली कुर्सी रखी। इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा, 'आज मेरे मन में वो ही व्यथा है जो भरत के मन में थी जब उनके बड़े भाई भगवान श्री राम 14 साल के वनवास पर गए थे, और भरत जी को अयोध्या का शासन सँभालना पड़ा था। जैसे भरत ने 14 साल भगवान श्री राम की खड़ाऊँ रख कर अयोध्या का शासन सम्भाला, वैसे ही मैं 4 महीने दिल्ली की सरकार चलाऊँगी। इस कुर्सी को अरविंद केजरीवाल का इंतजार रहेगा।'

बता दें कि दिल्ली शराब नीति घोटाले मामले में जेल में बंद दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद 17 सितंबर को पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद आप विधायक दल की बैठक में आतिशी को नया सीएम चुना गया। अपने नाम के ऐलान के बाद आतिशी ने कहा था कि वो केवल आने वाले विधानसभा चुनाव तक ही दिल्ली की मुख्यमंत्री रहेंगी।

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