लोकसभा चुनाव 2024: लोकसभा चुनाव में मोदी की गारंटी को टक्कर दे पाएंगे कांग्रेस के 5 न्याय स्तंभ?
- गारंटी चुनाव जीतने का फॉर्मूला नहीं-मोदी
- गारंटी केवल शब्द या चुनावी वादे नहीं-पीएम मोदी
- जाति जनगणना और एमएसपी कांग्रेस की गारंटी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चुनावी मौसम चल रहा है ऐसे में मोदी की गारंटियों की चर्चाएं भी तेजी से हो रही है। हालांकि बीते कुछ दिन पहले इंडिया टुडे ग्रुप को दिए अपने एक साक्षात्कार में पीएम मोदी ने कहा कि मेरे लिए गारंटी केवल शब्द या चुनावी वादे नहीं हैं। यह मेरी दशकों की कड़ी मेहनत है।यह समाज के प्रति संवेदनशीलता की अभिव्यक्ति है। पीएम अपनी गारंटियों को चुनाव जीतने का फॉर्मूला नहीं बताते। पीएम मोदी गारंटियों को गरीबों का विश्वास बताते है। चुनावी वक्त में सड़क से लेकर सरकारी विज्ञापनों तक मोदी गारंटी शब्द छाया हुआ है, ऐसे में अब राहुल की गारंटी भी शुरु हो गई है।
कांग्रेस की न्याय यात्रा में कुछ गारंटियों की बात की जा रही है। जिन्हें खुद राहुल गांधी अपनी जनसभाओं में संबोधन करने के दौरान बोल रहे है। राहुल गांधी जाति जनगणना कराकर नतीजे सार्वजनिक करने और आर्थिक न्याय के लिए कदम उठाने के बात कह रहे हैं।
अपनी पहली भारत जोड़ो यात्रा में मोहब्बत की दुकान खोलने निकले राहुल गांधी आम चुनाव से पहले गारंटियों की दुकान खोल रहे है। हालांकि राहुल गांधी की गारंटियों को मोदी गारंटियों के तोड़ के तौर पर देखा जा रहा है।
राहुल गाांधी अपने तमाम संबोधन में सरकार में आने पर जाति जनणगना कराने के साथ किसानों को एमएसपी देने की गारंटी दी जा रही है। गांधी एमएसपी को किसानों के साथ और जाति जनगणना को सामाजिक अन्याय के खिलाफ क्रांतिकारी कदम बता रहे हैं।
मोहब्बत की दुकान के बाद गारंटियों से होते हुए राहुल गांधी युवाओं को न्याय दिलाने की बात कह रहे हैं। जिनमें नौकरियों के भरोसो से लेकर, पहली नौकरी पक्की, पेपर लीक से मुक्ति, गिग इकोनॉमी और युवा रोशनी की बात की है।
1. भर्ती भरोसा: 30 लाख सरकारी नौकरियां भरी जाएंगी
2. पहली नौकरी पक्की: एक साल के लिए 1 लाख रुपए पर 25 साल से कम डिप्लोमा धारक या कॉलेज ग्रेजुएट का प्लेसमेंट
3. पेपर लीक से मुक्ति: करोड़ों युवाओं का भविष्य खराब होने से रोकेगी कांग्रेस, पेपर लीक से मुक्ति के लिए सख्त कानून बनाएंगे
4. गिग इकॉनमी में सामाजिक सुरक्षा: गिग वर्कर्स को सामाजिक सुरक्षा की कानूनी गारंटी
5. युवा रोशनी: देश के सभी जिलों के लिए 5,000 करोड़ रुपए का स्टार्ट-अप के लिए फंड। 40 साल से कम उम्र के युवा उठा सकेंगे लाभ