सरकार की आलोचना: 'मोदी की गारंटी' को बताया चाइनीज, लद्दाख को लेकर पीएम मोदी पर जमकर बरसे मल्लिकार्जुन खड़गे
- मल्लिकार्जुन के निशाने पर केंद्र सरकार
- लद्दाख मामले पर सरकार का घेराव
- 'मोदी की गारंटी' को बताया चाइनीज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लद्दाख के लिए संवैधानिक सुरक्षा समेत अन्य मांगों को लेकर पर्यावरणविद सोनम वांगचुक पिछले 14 दिनों से लेह में भूख हड़ताल पर बैठे हैं। मंगलवार को उन्होंने 10 हजार लोगों के साथ भारत के जमीन पर चीन के कब्जे को दिखाने के लिए इस महीने चीन की सीमा तक मार्च करने की घोषणा की थी। इसके बाद आज बुधवार को मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार को घेरा है। कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए 'मोदी की गारंटी' को चाइनीज बताया है। खड़गे ने पोस्ट में दावा किया कि सीमा के आसपास चीन ने भारतीय जमीन पर कब्जा कर लिया है।
'मोदी की चाइनीज गारंटी' - खड़गे
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 'द हिन्दू' अखबार की एक फोटो शेयर की जिसमें सोनम वांगचुक के 10 हजार लोगों के साथ चीनी सीमा तक मार्च करने की बात लिखी हुई है। इस तस्वीर के साथ खड़गे ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए लंबा पोस्ट लिखा है। उन्होंने अपनी पोस्ट में मोदी सरकार पर विश्वासघात का आरोप लगाते हुए लिखा, "लद्दाख में संविधान की छठी अनुसूची के तहत जनजातीय समुदायों की सुरक्षा के लिए मांग उठ रही है। इसे जनता का मजबूत समर्थन मिल रहा है। लेकिन बाकी की सभी गारंटियों की तरह ही लद्दाख के लोगों को संवैधानिक अधिकार सुनिश्चित करने की 'मोदी की गारंटी' एक बहुत बड़ा विश्वासघात है। ये नकली और चाइनीज होने के अलावा कुछ नहीं है।"
'विफल रही भाजपा'
कांग्रेस अध्यक्ष ने चीन से कई दौर की बातचीत के बावजूद 2020 से पहले की स्थिति बहाल करने में मोदी सरकार को विफल बताया। खड़गे ने लिखा, "गलवान घाटी में हमारे 20 बहादुरों के बलिदान के बाद पीएम मोदी की चीन को क्लीन चिट ने हमारी रणनीतिक सीमाओं पर चीन की विस्तारवादी प्रकृति को बढ़ावा दिया है।... 2014 के बाद से पीएम मोदी और उनके चीनी समकक्ष के बीच कम से कम 19 दौर की आमने-सामने की बातचीत के बावजूद, मोदी सरकार 2020 से पहले यथास्थिति सुनिश्चित करने में विफल रही है। चीन ने देपसांग प्लेन्स, हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा क्षेत्रों में भारतीय इलाकों पर कब्जा करना जारी रखा है।"