लोकसभा चुनाव 2024: बीएसपी चीफ मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को दोनों पदों से हटाया
- विवादित भाषण के चलते आकाश आनंद पर गिरी गाज
- अपरिपक्वता बताई वजह
- बीजेपी नेताओं की आतंकियों से की तुलना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने बीते दिन मंगलवार को अपने भतीजे आकाश आनंद को उत्तराधिकारी और नेशनल कोआर्डिटनेटर पद से हटा दिया है। मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी। मायावती ने एक्स पर बयान जारी करके आकाश आनंद को नेशनल कोआर्डिटनेटर और अपने उत्तराधिकारी की जिम्मेदारी से हटाने का ऐलान किया। हालांकि उन्होंने आकाश आंनद के पिता और अपने भाई आनंद कुमार को पार्टी व मूवमेंट के हित में पहले की तरह अपनी जिम्मेदारी निभाते रहने की बात भी कही। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा बीएसपी का नेतृत्व पार्टी व मूवमेंट के हित में एवं डॉ. आंबेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे हटने वाला नहीं है।
पूर्व सीएम मायावती ने सोशिल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि विदित है कि बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेन्ट है जिसके लिए मान्य. कांशीराम जी व मैंने खुद भी अपनी पूरी ज़िन्दगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है। इसी क्रम में पार्टी में, अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही, आकाश आनन्द को नेशनल कोओर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, किन्तु पार्टी व मूवमेन्ट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता (maturity) आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है। जबकि इनके पिता आनन्द कुमार पार्टी व मूवमेन्ट में अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेेंगेे। अतः बीएसपी का नेतृत्व पार्टी व मूवमेन्ट के हित में एवं बाबा साहेब डा. अम्बेडकर के कारवाँ को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है।
आपको बता दें बीएसपी के नेशनल कोआर्डिटनेटर और बसपा सुप्रीमो मायावती के उत्तराधिकारी भतीजे आकाश आनंद ने सीतापुर में एक विवादित बयान दिया। आकाश आनंद ने सीतापुर में जनसभा के दौरान भाजपा नेताओं की तुलना आतंकवादियों से की थी। साथ ही, उन्हें जूतों से मारने की बात कही थी। जिसके चलते मायावती ने मंगलवार देर रात उन्हें दोनों अहम जिम्मेदारियों से हटा दिया। हटाने के पीछे की वजह उनका अपरिपक्व होना बताया गया।
विवादित बयान के चलते आकाश आनंद के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था, जिसमें पार्टी के तीन प्रत्याशियों को भी नामजद किया गया था। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने इसे बेहद गंभीरता से लेते हुए आकाश आनंद की रैलियों के आयोजन पर रोक लगा दी थी। इसके बाद आकाश आनंद दिल्ली में पार्टी समर्थकों, छात्रों, शिक्षकों आदि से संपर्क साधते रहे और विपक्षी नेताओं को लगातार निशाने पर लेते रहे।