समीक्षा और रणनीति: यूपी में आगामी उपचुनाव और लोकसभा चुनाव में हार के कारणों को लेकर बीजेपी वरिष्ठ नेताओं की लखनऊ में हुई बैठक, बीएल संतोष के साथ सीएम और दोनों डिप्टी सीएम रहें मौजूद
- वाराणसी के भीतरघात का भी हुआ जिक्र
- उपचुनाव जीतने को लेकर बनी रणनीति
- लोकसभा चुनाव में हार के कारणों की समीक्षा
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तरप्रदेश में लोकसभा चुनाव में बीजेपी की कम हुई सीटों को लेकर बीते दिन एक अहम बैठक हुई, जिसमें बीजेपी के वरिष्ठ नेता राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष समेत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम मौजूद रहे। आपको बता दें हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में उत्तरप्रदेश में बीजेपी का खराब प्रदर्शन रहा। इस पर चर्चा करने के लिए ये बैठक बुलाई गई।
मिली जानकारी के अनुसार बैठक में लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खराब प्रदर्शन के कारणों और भविष्य की बेहतर रणनीति बनाने पर चर्चा हुई। सीएम आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बैठक में लंबे समय बाद एक साथ दिखाई दिए, जो चर्चा का विषय रहा। खबरों के मुताबिक वरिष्ठ बीजेपी नेता बीएल संतोष ने यहां दो बैठकें कीं, पहली बैठक सीएम योगी आदित्यनाथ,दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक,प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और प्रदेश महासचिव (संगठन) धर्मपाल सिंह की कोर कमेटी के साथ हुई। बंद कमरे में हुई इस बैठक में बीएल संतोष ने 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की रणनीति पर चर्चा की।
राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष की दूसरी बैठक बीजेपी के छह क्षेत्रीय प्रमुखों और लोकसभा चुनाव के लिए इन क्षेत्रों के छह प्रभारियों के साथ हुई। जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में पार्टी को जिन निर्वाचन क्षेत्रों में हार मिली वहां के विधायकों की भूमिका पर भी चर्चा की गई। बैठक में पार्टी के सभी 6 क्षेत्रों के पदाधिकारियों ने भी पार्टी के खराब प्रदर्शन का ब्यौरा दिया। बैठक में वाराणसी में, विश्वासघात का मुद्दा भी उठा। बैठक में मौजूद लोगों ने ये भी बताया कि ‘अबकी बार 400 पार’ का नारा पार्टी के लिए उल्टा साबित हुआ। लोकसभ चुनाव में पार्टी प्रत्याशी को अपने क्षेत्र में वोट ना दिलाने वाले विधायक का आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट न देने की बात हुई।