नाव हादसे को लेकर भाजपा ने केरल के पर्यटन मंत्री का इस्तीफा मांगा
केरल नाव हादसा
राज्य भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने कहा कि 2009 में हुई तेक्कडी त्रासदी के बाद कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई जिसमें एक लोकप्रिय डेस्टिनेशन पर 45 लोग डूब गए थे, जिनमें ज्यादातर दूसरे राज्यों के थे। सुरेंद्रन ने दावा किया कि अगर तेक्कडी त्रासदी की रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की गई होती तो तनूर त्रासदी को टाला जा सकता था।
भाजपा नेता ने कहा, रियास को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना होगा। अगर उचित कार्रवाई की जाती तो 22 लोगों की जान बचाई जा सकती थी। केरल में केवल बयानबाजी और विज्ञापन ही होते हैं.. हाउसबोट के संचालन के लिए कोई प्रभावी दिशा-निर्देश नहीं हैं.. किसी को नहीं मालूम कि केरल में कितने हाउसबोट हैं या उनकी कोई प्रभावी निगरानी की जा रही है या नहीं। सुरेंद्रन ने कहा, ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है क्योंकि सुरक्षा में किसी की दिलचस्पी नहीं है। हम उचित जांच और जांच के आधार पर कार्रवाई की मांग करते हैं।
अटलांटिक नाम की जो नाव डूब गई वह एक मछली पकड़ने वाली नाव में बदलाव करके बनाई गई थी। इसमें आवश्यक सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया था। हाल ही में इसका लाइसेंस रद्द कर दिया गया था। बच्चों के अलावा नाव पर 40 लोग थे। हादसे में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई, जबकि बचाए गए लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। एक व्यक्ति लापता है और अधिकारी उसका पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
आईएएनएस
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