कांग्रेस के लिए "बजरंग बली" बने गले की फांस, अपने ही उठा रहे हैं सवाल, बीजेपी से कांग्रेस में आए जगदीश शेट्टार ने कही ये बड़ी बात
बजरंग दल पर कांग्रेस बीजेपी आमने-सामने
पीएम नरेंद्र मोदी ने साधा कांग्रेस पर निशाना
कांग्रेस का घोषणा पत्र जारी होने के बाद बड़ी मुश्किलें
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में "जय बजरंगबली' की गूंज जमकर सुनाई दे रही है। भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस द्वारा दिया गया मौका अपने हाथ से बिल्कुल गंवा देना नहीं चाहती है। दरअसल, कर्नाटक विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि, अगर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो पीएफआई और बजरंग दल को पूरी तरह से बैन कर दिया जाएगा। इसी मुद्दे को पीएम मोदी और बीजेपी ने लपका है और तमाम चुनावी रैलियों में कांग्रेस को इस पर घेरने का काम कर रहे हैं।
इन सबसे से इतर कांग्रेस पार्टी को "बजरंग दल" पर अपनों का भी साथ नहीं मिलता दिख रहा है। बता दें कि, बीजेपी से कांग्रेस में आए पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने बजरंग दल पर अपना रूख साफ किया है। उन्होंने एएनआई से कहा, "चुनाव घोषणा पत्र में कई बिंदु हैं, हम इस मुद्दे को क्यों सीमित करें। किसी भी संगठन पर प्रतिबंध लगाने का अधिकार केंद्र सरकार के पास है राज्य सरकार के पास नहीं। वीरप्पा मोइली ने स्पष्ट किया कि बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का कोई सवाल ही नहीं है।"
बजरंग दल पर क्या बोले कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली?
दरअसल, कांग्रेस के कद्दावर नेता वीरप्पा मोइली ने बीते दिन कर्नाटक के उडुपी में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया था। जिसमें उन्होंने बजरंग दल को बैन को लेकर कहा था कि, प्रदेश की सरकार के पास किसी दल या संगठन को बैन करने की ताकत नहीं है। कांग्रेस कर्नाटक में बजरंग दल को बैन नहीं कर सकती है। इस पूरे मामले पर हम अपने अध्यक्ष डीके शिवकुमार से चर्चा करेंगे। उन्होंने आगे कहा था कि मैं एक नेता के तौर पर आप सब को बता देना चाहता हूं कि बजरंग दल को बैन करने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
जब से कांग्रेस ने ये घोषणा पत्र में कहा है कि सरकार बनने पर प्रदेश में बजरंग दल को बैन कर दिया जाएगा तब से बीजेपी हमलावर है और कांग्रेस को हिंदू विरोधी बता रही है। बीते दिन ही कांग्रेस के इस घोषणा पत्र पर पीएम मोदी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि, कांग्रेस ने पहले राम लला को ताले में बंद किया और अब बजरंग बली को ताले मे बंद करने की बात कह रही है। उन्होंने आगे कहा था कि, कर्नाटक की जनता ऐसी वोटिंग मशीन दबाएगी जिससे कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ेगी।
कांग्रेस का दांव उलटा पड़ा
इस पूरे मामले पर सियासी पंडितों का मानना है कि, कांग्रेस का ये दांव पूरा उलटा पड़ गया है अल्पसंख्यकों को खुश करने और वोट लेने के चक्कर में हिंदुओं को नाखुश कर दिया है जिसका असर अब दिख भी रहा है। विश्लेषकों के मुताबिक, इस मौके को बीजेपी छोड़ने वाली नहीं है। जो सच होता हुआ भी दिखाई दे रहा है। पीएम मोदी से लेकर बीजेपी के तमाम छोटे-बड़े नेता इस मूद्दे को खूब उछाल रहे हैं ताकि कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनाया जा सके और भाजपा को ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके।