चुनाव आयोग ने लिखा खत: अमित शाह ने 150 डीएम से की बात- जयराम, ईसी ने कहा इसका क्या आधार, प्रमाण सहित शाम 7 बजे तक दें उत्तर
- ईसी ने बयान पर मांगा स्पष्टीकरण
- चुनाव की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती
- आचार संहिता लागू होने के बाद ईसी के नियंत्रण में कार्य करता है पूरा प्रशासन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश को पत्र भेजकर उनके एक बयान पर स्पष्टीकरण मांगा है, रमेश ने एक बयान में गृह मंत्री अमित शाह पर 150 कलेक्टर से फोन पर बात करने की बात कही। रमेश को ईसी के पत्र का शाम 7 बजे तक जवाब देना होगा।
निजी न्यूज चैनल आज तक के मुताबिक आयोग ने रमेश को नोटिस भेजकर कहा है कि आप अपनी बातों का प्रमाण सहित उत्तर हमारे पास भेजें, क्योंकि चुनाव की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती है और स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए देश का पूरा प्रशासन चुनाव आयोग के पास आ जाता है। जिलाधिकारी और जिले के अन्य बड़े अधिकारी रिटर्निंग ऑफिसर के तौर पर निर्वाचन आयोग के निर्देशन पर काम करते हैं। अत: आपको ये बताना होगा कि आपकी इस जानकारी और इस सार्वजनिक पोस्ट का आधार क्या है!.
आयोग ने अपने पत्र में जयराम रमेश को लेकर लिखा है कि आप एक राष्ट्रीय पार्टी के काफी वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं। आप सभी तथ्यों के साथ दो जून शाम सात बजे तक अपना जवाब चुनाव आयोग के पास भेज दें, ताकि समुचित कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
आपको बता दें एक जून को जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया कि जाती हुई सरकार इतनी परेशान है कि मतगणना से पहले सरकार के गृह मंत्री फोन से सभी जिलों के जिलाधिकारियों और कलेक्टर से संपर्क कर रहे हैं. प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और बीजेपी चुनाव में जनता के निर्णय से आशंकित हैं। मतगणना में बीजेपी, पीएम और गृह मंत्री हारेंगे और सत्ता से बाहर जाएंगे जबकि 'इंडिया' ब्लॉक की जीत होगी. इसलिए जिलाधिकारी और अन्य अधिकारी उनके दबाव में न आएं. वो सबकी निगाह में हैं, सबकी नजरें उन पर हैं।