अखिलेश यादव की नई रणनीति, विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की बढ़ सकती हैं मुश्किलें

  • सूत्रों के अनुसार पार्टी ने तैयारी पूरी कर ली है
  • सपा उत्तरप्रदेश में मुख्य विपक्षी पार्टी है
  • अखिलेश यादव 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर हुए अभी से एक्टिव

Bhaskar Hindi
Update: 2023-08-10 11:33 GMT

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के मुखियाअखिलेश यादव 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर अभी से ही एक्टिव दिखाई दे रहे हैं। सपा मुखिया हाल ही में बने गठबंधन 'इंडिया' के जरिए देश के अन्य राज्यों में भी पार्टी का विस्तार करना चाहते हैं। यही वजह है कि लोकसभा चुनाव से पहले ही अखिलेश यादव अपनी नई रणनीति पर काम कर रहे हैं।

दरअसल अखिलेश यादव की इस रणनीति के पीछे यह माना जा रहा है कि सपा ने बीते सालों में अलग-अलग राज्य में हुए विधानसभा चुनावों में कुछ सीटें जीती थी। इस वजह से ही पार्ट्री अब विस्तार की रणनीति पर तेजी से काम कर रही है। सपा ने महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव में दो सीटों पर वहीं पिछले दिनों हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में एक सीट में जीत दर्ज की थी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक समाजवादी पार्टी उत्तरप्रदेश के अलावा करीब 6 राज्यो में चुनाव लड़ने की रणनीति तैयार कर रही है। जिसमें उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र के साथ ही उत्तराखंड भी शामिल है।

विपक्षी गठबंधन के सामने रखेंगे प्रस्ताव

विपक्षी दलों को एक साथ लाने को लेकर प्रयास करने वाले नेताओं में एक नेता अखिलेश यादव भी हैं। सपा प्रमुख पटना और बेंगलुरू में हुई विपक्षी दलों की बैठक का हिस्सा रहे हैं। विपक्षी दलों के गठबंधन का एक प्रमुख चेहरा अखिलेश यादव है जिनकी पार्टी उत्तरप्रदेश में मुख्य विपक्षी पार्टी की भूमिका में है। कयास लगाए जा रहे हैं कि जिन राज्यों में सपा अच्छा काम कर रही है उन राज्यों में लोकसभा चुनाव लड़ने की बात महागठबंधन के सामने रख सकता है।

क्या होगी रणनीति

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पार्टी पदाधिकारियों से फीडबैक ले सकते हैं। वहीं संगठन जिन राज्यो में पार्टी अच्छा काम कर रही है वहां पर लोकसभा चुनाव लड़ने की मांग कर सकता है। सपा प्रमुख आगामी विपक्षी दलों की मीटिंग में अपनी बात रखते हुए उन अन्य राज्यों में जहां पार्टी मजबूत है वहां से पार्टी के पक्ष में दावेदारी पेश कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार इसके लेकर पार्टी ने तैयारी पूरी कर ली है।  

सूत्रों की मानें तो अखिलेश यादव यह मानकर चल रहे है कि इंडिया गठबंधन में उनकी पार्टी को मौजूदा स्थिति को देखते हुए कुछ सीटें कांग्रेस और रालोद के लिए छोड़नी होगी। लेकिन पार्टी के सांसद संसद में अधिक दिखाई दे इसलिए पार्टी उत्तरप्रदेश से बाहर अन्य राज्यों में चुनाव लड़ने की तैयारी में है। विपक्षी गठबंधन के सामने अखिलेश यादव ने अपनी बात रखने के लिए पार्टी के वोट बैंक को मुख्य आधार बनाया है। 

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